CBI के सामने पेश क्यों नहीं हुए अखिलेश यादव, खुद दिया जवाब, बोले- घबराई हुई है भाजपा

समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव गुरुवार को पांच साल पुराने अवैध खनन मामले में गवाह के रूप में पूछताछ के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के समक्ष उपस्थित नहीं हुए। उन्होंने कहा कि जांच एजेंसी भाजपा की एक इकाई के रूप में काम करती है। सपा प्रमुख ने एक वकील के माध्यम से सीबीआई को जवाब भेजकर आगामी संसदीय चुनावों की तैयारियों के कारण व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने में असमर्थता जताई, लेकिन जांच में जांच एजेंसी को सभी मदद और समन्वय का आश्वासन दिया।

समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव का कहना है, ”मैंने सीबीआई को जवाब दे दिया है।” उन्होंने कहा कि बीजेपी कमजोर है। एक ऐसी सरकार जिसने वादा किया था कि वे 60 लाख छात्रों के लिए परीक्षा आयोजित करके एक रिकॉर्ड स्थापित करेंगे और सभी को अच्छी नौकरियां प्रदान करेंगे। उन्होंने यह भी वादा किया कि पुलिस भर्ती परीक्षा निष्पक्ष रूप से आयोजित की जाएगी, आज हम पेपर लीक के मामले देख रहे हैं। भाजपा की मंशा हमारे युवाओं को रोजगार देने की नहीं है। पार्टी कमजोर हो रही है। वे बहुत घबराए हुए हैं। मैं यह कह रहा हूं ‘यूपी देखिये आये थे, यूपी देखिये ही जायेंगे बाहर।’

रेत खनन मामले में गवाह के तौर पर अखिलेश यादव को सीबीआई द्वारा बुलाए जाने पर समाजवादी पार्टी नेता डिंपल यादव ने कहा कि मैं मैनपुरी क्षेत्र के लोगों के लिए काम करना चाहूंगा… समाजवादी पार्टी अध्यक्ष विपक्ष के पहले नेता नहीं हैं जिन्हें समन मिला है। समाज का पूरा वर्ग, चाहे वह राजनीतिक नेता हों, व्यापारी हों या छोटे-मझोले उद्यमी हों, सभी पर इस तरह के कार्यों से दबाव डाला जा रहा है। विपक्ष का गठबंधन मजबूत है। 

अखिलेश ने आगे यह भी कहा कि 2024 की लड़ाई एक के बीच है- जो किसी भी कीमत पर लोकतंत्र को बचाना चाहता है और दूसरे जो लोकतंत्र को नष्ट करने पर तुले हुए हैं। जो लोग जीरो टॉलरेंस का नारा लगाते थे, आज जब भ्रष्टाचार, कानून व्यवस्था की बात आती है उनकी सहनशीलता बिल्कुल ‘शून्य’ है। डबल इंजन सरकार ने रक्षा क्षेत्र में निवेश के दिखाए सपने, शीर्ष उद्योगपतियों के साथ हुई बैठकें भूमि पूजन के बाद भी जमीनी हकीकत अलग है। 

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