
बुर्के में कैटवॉक
– फोटो : Amar Ujala
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बुर्के का विरोध कर रहे संगठनों को जवाब देने के लिए श्रीराम कॉलेज की छात्राएं लामबंद नजर आईं। जमीयत के बयान के बाद छात्रा सना राजपूत ने शेर … खूबसूरती है मेरे वतन की रंग-बिरंगी रिवाजों में, चाहे कोई तंग कपड़े पहने या कोई रहे हिजाबों में… सुनाया। आगे कहा कि मुस्लिम लड़की घर से बाहर निकलती हैं तो उन पर दस तरह की रोक लगती है। हमारे खुदा को पता है कि हम कितना पर्दे में रहते हैं और कितना नहीं। शिक्षण संस्थान में कोई धर्म ऊपर या नीचे नहीं होता।
मंगलवार को कॉलेज में छात्रा सना राजपूत ने कहा कि आज के समय में किसी को रोजगार नहीं मिल रहा है। छात्राओं के पास बेहतर से बेहतर डिजाइन दिखाने का मौका था, जिसके बाद डिजाइनर का विश्वास बढ़ा और उन्हें अवसर भी मिलेंगे। हम पढ़ाई कर रहे हैं। ऐसा मौका नहीं गंवा सकते। मौलानाओं की बात पर्दे को लेकर सही है, लेकिन छात्राओं के पास यह बड़ा अवसर था।