सीएए (CAA) को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने मेरे कल की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर बयान जारी है. उन्होंने कहा कि मैंने मैंने गृह मंत्री जी का बयान सुना. अपने पूरे बयान में उन्होंने मेरे किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया, जो कल मैंने उठाए थे. उन्होंने केवल यही कहा कि केजरीवाल ऐसा है, केजरीवाल वैसा है. मैं हम नहीं हूं, देश हम है, देश के 140 करोड़ लोग हम हैं, उनकी बात करते हैं. मैं पूछना चाहता हूं कि हम खुद अपने बच्चों को रोजगार देने में असमर्थ हैं तो जब इतनी भारी संख्या में बाहर से आप पाकिस्तान बांग्लादेश के लोगों को हमारे देश में लाकर बसाना चाहते हो, आखिर क्यों? उन्हें नौकरियां कहां से दोगे? पहले अपने बच्चों के लिए तो नौकरी का इंतजाम कर लो. यह कल मेरा मूल प्रश्न था. उन लोगों के लिए घर कहां से आएंगे? उन लोगों के लिए नौकरी और संसाधन कहां से आएंगे, जो आप इतनी भारी संख्या में उन लोगों को यहां लाना चाहते हो.
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अगर 1 से डेढ़ करोड़ लोग भी भारत आए तो कहां बसाएंगे… : अरविंद केजरीवाल
आजादी के समय बहुत बड़ा माइग्रेशन हुआ था, यहां से लोग वहां गए थे और वहां से यहां आए थे. अब जो माइग्रेशन होगा, उससे बहुत बड़ा होगा. पाकिस्तान, बांग्लादेश अफगानिस्तान…इनके अल्पसंख्यक लोगों को भारत की नागरिकता दे दी जाएगी, यह कहा जा रहा है. इन तीनों देशों में मिलाकर लगभग ढाई से 3 करोड़ अल्पसंख्यक हैं. वहां पर बहुत गरीबी है, उनके पास रोजगार नहीं है. भारत की नागरिकता मिलना तो उन लोगों के लिए बहुत बड़े सपने की तरह है. अगर हमने भारत के दरवाजे खोल दिए तो इतनी बड़ी संख्या में लोग आने वाले हैं, जिनकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते. अगर 1 से डेढ़ करोड़ लोग भी भारत आ गए तो उनका हम क्या करेंगे, कहां बसाएंगे, ये सवाल मैंने पूछा था जिसका जवाब गृहमंत्री जी ने नहीं दिया.
क्या 2014 के बाद उन लोगों का भारत आना बंद हो गया ?
आप कह रहे हैं कि जो आए हैं, उनको नागरिकता देंगे. मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि क्या 2014 के बाद उन लोगों का भारत में आना बंद हो गया? 2014 के बाद भी ये लोग अभी तक आ रहे हैं और रोजाना आ रहे हैं. पहले अवैध घुसपैठ होती थी. ये हमारे देश में आते थे तो डरते थे, कहीं उनको पकड़ा जाएगा और जेल में डाला जाएगा, लेकिन अब आप यह कानून लाकर उनको लीगल बना रहे हो और अब उनका डर खत्म हो जाएगा.
केजरीवाल का आरोप रोहिंग्या भी तो आपके समय में आए थे
आज आप 2014 तक वालों की बात कर रहे हो उसके बाद 2019 तक वालों की बात करोगे, उसके बाद इस डेट को बढ़ाकर 2024 कर दोगे, क्योंकि घुसपैठ तो हो ही रही है. अपने रोहिंग्या की बात की तो यह तो आपके ही समय पर आए थे? 2014 के बाद आए. आपकी मिली भगत या नाकामी की वजह से आए हैं? पूरे देश में कहां-कहां रोहिंग्या को बसा रखा है, पाकिस्तान से आए घुसपैठियों को अब आप लोग सरकारी नौकरी दोगे? अब उनके राशन कार्ड बनाएंगे?
भारत के लोगों के टैक्स का पैसा है, पाकिस्तान और बांग्लादेश के लोगों का नहीं
आज दिल्ली में 72 लाख लोगों के राशन कार्ड हैं, ये कम पड़ते हैं इसलिए हम केंद्र सरकार को बार-बार लिखते हैं कि हमारी दिल्ली में गरीब ज्यादा हैं, इसलिए आप संख्या बढ़ाने की इजाजत दो, लेकिन आप उनके राशन कार्ड बढ़ाने की इजाजत नहीं देते, लेकिन पाकिस्तान से लोगों को लाकर उनके राशन कार्ड बनाओगे. ये सही नहीं है. सरकारी पैसा 140 करोड़ लोगों के टैक्स का पैसा है. पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के लोगों ने टैक्स नहीं दिया है. मैं पूरी विनम्रता के साथ बोल रहा हूं, कृपया इसको समझने की कोशिश कीजिए.