नई दिल्ली:
BYJU EGM: इन दिनों बायजू के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवींद्रन बायजू के बुरे दिन खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. कंपनी की वैल्यू लागातर गिरती जा रही है. एक रिपोर्ट की मानें तो कंपनी की वर्तमान वैल्यू 3 बिलियन डॉलर पर आ गई है. वहीं कुल समय पहले इसकी वैल्यू 22 बिलियन को पार कर चूकी थी. अब कंपनी के ये हालत है कि उसके पास कर्मचारियों को सैलरी देने के लिए भी पैसे नहीं है. इसे पूरा करने के लिए रवींद्रन ने अपना घर गिरवी रख दिया है. लेकिन माना जा रह है कि कंपनी अब रवींद्रन के खिलाफ एक्शन लेने के मूड में आ गई है.
दरअसल एडटेक प्लेटफॉर्म BYJU की पेरेंट कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड ने कहा है कि कंपनी की सलाना बैठक में न तो कंपनी के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी रवींद्रन शामिल होंगे और न ही कोई अन्य बोर्ड सदस्य. सालाना आम बैठक (ईजीएम) को कुछ गिने चुने निवेशकों द्वारा ही बुलाया गया है जिसमें वो ही शामिल होंगे. कहा जा रहा है कि कंपनी के शेयर होल्डर्स मिस मेनेजेंट के आरोपों से घिरे रवींद्रन और उनके परिवार को बाहर करने के लिए ये मीटिंग बुलाई गई है. इसमें कुछ निवेशकों द्वारा ये प्रस्ताव लाया जाएगा कि उन्हें सीईओ पद से हटाया जाए या नहीं. इसके लिए वोटिंग की भी व्यवस्था की गई है.
ये मीटिंग नियमों के खिलाफ
इस मामले पर BYJU का कहना है कि EGM की ये बैठक नियमों के अनुरूप अवैध है. ये समझौते के मुताबित फर्म के एसोसिएशन के लेख और शेयरधारक के समझौते का उल्लंघन है. इसलिए बायजू रवीन्द्रन या कोई अन्य बोर्ड सदस्य इस अवैध ईजीएम में शामिल नहीं होंगे. इसका मतलब यह है कि अगर ईजीएम अभी भी बुलाया जाता है, तो आवश्यक फोरम पूरा नहीं होगा और एजेंडे पर बातचीत या वोटिंग के लिए आगे नहीं बढ़ सकता है. कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, BYJU’S के संरक्षक होने के या संस्थापक सदस्य होने की जिम्मेदारी है कि वे फर्म में लागू की गई प्रक्रियाओं का सम्मान करें और कंपनी की अखंडता को बनाएं रखने के लिए काम करें.
ईजीएम वालों के पास 30 प्रतिशत शेयर
आपको बता दें कि फाउंडर्स और बोर्ड सदस्यों के पास संयुक्त रूप से कंपनी में लगभग 22 प्रतिशत का शेयर है. ईजीएम बुलाए जाने वालों में जनरल अटलांटिक, पीक XV, सोफिना, चैन जुकरबर्ग, आउल और सैंड्स का समर्थन प्राप्त है. इनकी सामूहिक रूप से बायजू में लगभग 30 प्रतिशत शेयर है.