मोहन प्रकाश/सुपौल. लोग कहते हैं कि एक बार को भगवान मिल सकते हैं, सरकारी नौकरी नहीं मिलती है. लेकिन सच्चे मन और पूरी लगन से कोशिश की जाए तो मंजिल जरूर मिलती है. ऐसा ही कर दिखाया है सुपौल शहर के वार्ड-17 निवासी मुकेश कुमार ने. शिक्षा विभाग में चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी के पुत्र मुकेश ने लगातार दूसरी बार बीपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल की है. 145वीं रैंक लाने वाले मुकेश का चयन सब रजिस्ट्रार के लिए हुआ है. पिछली बार 559वीं रैंक हासिल कर वह म्युनिसिपल एग्जीक्यूटिव ऑफिसर के रूप में चयनित हुए थे.
वह बताते हैं कि उनकी प्रारंभिक पढ़ाई सुपौल में हुई. इसके बाद 12वीं तक की पढ़ाई जवाहर नवोदय विद्यालय सुपौल से हुई. इसके बाद केमिकल इंजीनियरिंग में राउरकेला से बीटेक किया. उसके बाद तीन साल बाद तक आईआईटी और मेडिकल के बच्चों को पढ़ाया. इसी दौरान पापा प्रदीप कुमार राउत और दोस्तों ने सिविल सेवा की प्रतियोगी परीक्षा देने के लिए प्रोत्साहित किया तो तैयारी में जुट गया. मुकेश ने बताया कि दूसरी बार से बीपीएससी पास कर रहे हैं. सही रैंक न आने के कारण फिर से बीपीएससी की तैयारी में जुट गए हैं.
बेटे काे बनाना चाहते हैं बड़ा अधिकारी
मुकेश ने बताया कि मेरी पढ़ाई और तैयारी में माता-पिता, दादी और सरकारी सेवा में जा चुके मेरे दोस्तों ने काफी सहयोग किया. वहीं, बेटे की सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए शिक्षा विभाग में बतौर परिचारी कार्यरत प्रदीप कुमार राउत ने कहा कि वह शुरू से पढ़ाई में मेधावी था. अपनी नौकरी के दौरान सरकारी पदाधिकारियों का रूतबा देख कर मन में इच्छा थी कि मेरा एकलौता बेटा भी बड़ा ऑफिसर बने. इसी को लेकर उसे हमेशा प्रोत्साहित करता था. वह बताते हैं मुकेश के दादा और दादी दोनों स्वास्थ्य कर्मी थे. वे चाहते हैं कि उनका बेटा यूपीएससी पास करें.
.
Tags: Bihar News, Government job, Local18, Supaul News
FIRST PUBLISHED : January 16, 2024, 20:26 IST