रिपोर्ट : कैलाश कुमार
बोकारो. ठंड शुरू होते ही बोकारो के विभिन्न जलाशयों में प्रवासी पक्षियों का आना शुरू हो जाता है. ये साइबेरियन पक्षी होते हैं. बोकारो के कूलिंग पोंड, गरगा डैम, तेनुघाट डैम और पिंड्राजोरा स्थित गवाई डैम में इन्हें खास तौर पर देखा जाता है. साइबेरियन पक्षी ठंड से बचाव व आहार की तलाश में हजारों किलोमीटर दूर से यहां आते हैं.
दरअसल, ये पक्षी साइबेरिया, यूरोप और अमेरिका से यहां आते हैं. वहां ज्यादा ठंड और बर्फ जमने के कारण उनके लिए भोजन में कमी हो जाती है. इस कारण यूरोप मध्य एशिया से पक्षियों की यह प्रजाति दक्षिण एशिया के देशों में प्रवास पर जाते हैं. जलीय पौधा व जलीय जीव इनके मुख्य आहार हैं. बोकारो के जलाशयों में सबसे ज्यादा यूरेशियन गौरिया और रोजी पेलिकन नामक पक्षी देखे जा रहे हैं.
पक्षियों को सावधानी से देखें
बोकारो के विभिन्न जलाशयों में इनकी अठखेलियां देखने आसपास के लोग पहुंचते हैं. आमतौर पर ये पक्षी बहुत ही शर्मीले होते हैं. इसलिए इन्हें काफी सावधानी से देखना होता है. थोड़ी सी आहट होने पर उड़ जाते हैं. सुबह 8 से शाम के 5 बजे तक इन्हें पानी में देखा जा सकता है. रात्रि विश्राम के लिए ये जलाशय से निकलकर पास के जंगल के पेड़ों पर चले जाते हैं. सबसे रोचक बात है उड़ान भरते समय इनकी आकृति अंग्रेजी के V लेटर जैसी बनती है.
रंग-बिरंगे पंछी
गरगा डैम के इलाके के रहने वाले राजेश कुमार ने बताया कि उन्हें यह प्रवासी पक्षी बहुत अच्छे लगते हैं. क्योंकि ये रंग-बिरंगी होते हैं. ये प्रत्येक साल ठंड के मौसम में यहां आते हैं और ठंड खत्म होते ही लौट जाते हैं. एक तरह से ये हमारे मेहमान भी है.
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Tags: Bokaro news, Jharkhand news, Rare Bird
FIRST PUBLISHED : December 07, 2022, 15:24 IST