
संघर्षों
में
बीता
जीवन,
छोड़ना
पड़ा
था
घर
बॉबी
का
अब
तक
का
जीवन
बेहद
संघर्षपूर्ण
रहा
है।
ट्रांसजेंडर
होने
की
वजह
से
बॉबी
स्कूल
के
साथ
आस-पड़ोस
के
लोगों
से
ताने
सुनने
पड़े।
इस
वजह
से
बॉबी
को
अपना
स्कूल
ही
नहीं,
बल्कि
घर
भी
छोड़ना
पड़ा
था।

15
साल
की
उम्र
में
ट्रांसजेंडर
समुदाय
के
गुरु
ने
लिया
गोद
बॉबी
करीब
15
साल
की
थीं,
जब
उनकी
जिंदगी
में
बदलाव
आया।
एक
ट्रांसजेंडर
समुदाय
के
गुरु
ने
बॉबी
को
गोद
ले
लिया।
इसके
बाद
बॉबी
ट्रांसजेंडर
समुदाय
के
साथ
ही
रहने
लगीं।
आज
सुल्तानपुर
माजरा
के
निवासियों
में
उनकी
पहचान
‘बॉबी
डार्लिंग’
के
रूप
में
है।

पिता
चलाते
थे
ढाबा,
शादियों
में
डांस
करती
थीं
बॉबी
मीडिया
रिपोर्ट्स
के
मुताबिक,
बॉबी
के
पिता
का
देहांत
हो
चुका
है।
वह
एक
ढाबा
चलाते
थे।
वहीं,
छोटा
भाई
जॉब
करता
है।
बताया
जाता
है
कि
शुरुआत
में
बॉबी
शादी
और
पार्टियों
में
डांस
भी
किया
करती
थीं।
बॉबी
22
साल
की
उम्र
में
एक
एनजीओ
के
साथ
जुड़ीं
और
यहीं
से
अपनी
पढ़ाई-लिखाई
की।
इसकेबाद
एक
सामाजिक
कार्यकर्ता
बन
गईं।