Patna:
Bihar Politics News: बिहार की नीतीश सरकार ने 12 फरवरी को बजट सत्र के पहले दिन विश्वास मत जीतकर विपक्ष को करारा जवाब दिया और बिहार में अपनी सरकार बनाई. इसके साथ ही बिहार के सीएम नीतीश कुमार के हालिया पलटवार के बाद प्रमुख राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप चरम पर है. इन सबके बीच देशभर में परिवारवाद की राजनीति को लेकर बहस छिड़ गई है. सोशल मीडिया पर बीजेपी के ‘मोदी का परिवार’ अभियान को अब सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू का समर्थन मिल गया है. बता दें कि जेडीयू ने अपने ऑफिसियल एक्स हैंडल से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का एक पुराना वीडियो बीते सोमवार (04 मार्च) को पोस्ट किया है, जिसमें नीतीश कुमार राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव पर तंज कसते नजर आ रहे हैं.
आपको बता दें कि पिछले रविवार को पटना में आयोजित जन विश्वास महारैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के परिवारवाद पर किये गये हमले पर लालू प्रसाद यादव ने पलटवार किया था. इसके बाद से ही बीजेपी ने अपने सोशल मीडिया पर ‘मोदी का परिवार’ कैंपेन शुरू कर दिया है. बता दें कि बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी समेत कई नेताओं ने सोशल मीडिया पर अपने अकाउंट में अपने नाम के साथ ‘मोदी का परिवार’ जोड़ लिया है.
राजनीति में परिवारवाद को बढ़ावा देने वालों को माननीय मुख्यमंत्री श्री @NitishKumar जी का करारा जवाब।#JDU #NDA #Bihar #NitishKumar pic.twitter.com/CMesjkWSWD
— Janata Dal (United) (@Jduonline) March 4, 2024
‘पूरा बिहार हमारा परिवार’ – नीतीश कुमार
आपको बता दें कि बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब बीजेपी के साथ हैं और इस कैंपेन को बिहार में जेडीयू का भी साथ मिल रहा है. जेडीयू ने अपने ऑफिशियल एक्स हैंडल से जो नीतीश कुमार का वीडियो शेयर किया है, उसमें वह पूरे बिहार को अपना परिवार बता रहे हैं. वहीं इस वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा गया है कि, ”पूरा बिहार हमारा परिवार.” साथ ही आगे ये भी लिखा गया है कि, ”राजनीति में परिवारवाद को बढ़ावा देने वालों को माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी का करारा जवाब.”
पोस्ट किए गए वीडियो में नीतीश कुमार का तंज
वहीं आपको बता दें कि शेयर किए गए वीडियो में नीतीश कुमार कह रहे हैं कि, ”जननायक कर्पूरी ठाकुर कभी अपने परिवार को आगे नहीं बढ़ाए. एक ही बात जान लीजिए जननायक कर्पूरी ठाकुर से सीख कर हमने भी किसी अपने परिवार को आगे नहीं बढ़ाया. हम और लोगों को बढ़ावा देते हैं. इस सब चीजों को याद रखिए. कौन क्या बोलता है इससे हमको कोई मतलब नहीं है. बोलते रहे. कोई लेना देना नहीं है.”
बहरहाल, बिहार में बढ़ती राजनीतिक बयानबाजी को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि जैसे-जैसे चुनाव की तारीखें करीब आएंगी, बयानबाजी का स्तर भी बढ़ता जाएगा. हालांकि, इन सबके बीच अब बिहार में किसकी सरकार बनती है, 2024 में बिहार की जनता किसे अपना वोट देगी, यह तो आने वाले समय में ही पता चलेगा.