Bihar में तुष्टिकरण की राजनीति ने कर दी सारी हदें पार, स्कूलों में जन्माष्टमी, शिवरात्रि और रक्षाबंधन की छुट्टी खत्म, ईद-बकरीद की छुटि्टयां बढ़ीं

बिहार सरकार अपने कामों की बजाय विवादित फैसलों की वजह से लगातार सुर्खियों में बनी रहती है। विकास के विभिन्न मापदंडों पर पिछड़ते बिहार को आगे कैसे लाया जाये इसकी चिंता करने की बजाय राज्य सरकार तुष्टिकरण की नीति को बढ़ावा देती दिख रही है। इतिहास गवाह रहा है कि तुष्टिकरण की नीति से राजनीतिक दलों को भले लाभ हुआ हो लेकिन देश और समाज को इसका नुकसान ही उठाना पड़ा है। हम आपको बता दें कि बिहार में ताजा विवाद शिक्षा विभाग के फैसले के चलते खड़ा हो गया है क्योंकि साल 2024 के लिए स्कूलों की छुटि्टयों का जो कैलेण्डर जारी किया गया है उसमें हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों- शिवरात्रि, रामनवमी, श्रावण की अंतिम सोमवारी, तीज, जिउतिया, जन्माष्टमी, अनंत चतुर्दशी, भैया दूज, गोवर्धन पूजा, गुरुनानक जयंती और कार्तिक पूर्णिमा के अवकाश को खत्म कर दिया गया है। इसके अलावा अन्य प्रमुख त्योहारों- होली, दुर्गा पूजा, दीवाली और छठ त्योहार के अवकाश के दिनों को घटा दिया गया है। इसके अलावा अगले साल से मुहर्रम, बकरीद और ईद की छुट्टियों के दिनों को बढ़ा दिया गया है। इसके अलावा बिहार सरकार ने गुरु गोविंद सिंह जयंती, रविदास जयंती व भीमराव आंबेडकर जयंती पर अवकाश घोषित कर दिया है।

राज्य सरकार के इस फैसले पर जहां विपक्ष भड़क गया है वहीं बिहार में सत्तारुढ़ महागठबंधन ने इस फैसले का बचाव किया है। भाजपा सांसद सुशील मोदी ने कहा, “नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार ने हिंदू विरोधी मानसिकता दिखाई है और हिंदुओं की भावनाओं को आघात करने वाला एक निर्णय लिया है।” उन्होंने कहा कि स्कूलों में हिंदू त्योहारों की छुट्टियों में भारी कटौती की गई है और मुस्लिम त्योहारों की छुट्टियों को बढ़ा दिया गया है…इसे हम स्वीकार नहीं करेंगे…बिहार के लोग चुप नहीं रहेंगे, वे सड़कों पर उतरेंगे।”

वहीं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, “…हिंदू छुट्टियों में कटौती की गई है जबकि मुस्लिम त्योहारों की छुट्टियां बढ़ा दी गई हैं। इससे साफ पता चलता है कि नीतीश सरकार बिहार में इस्लामिक धर्म के आधार पर काम कर रही है…अगर इन छुट्टियों को फिर से बहाल नहीं किया गया तो इसका खामियाजा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आने वाले चुनाव में भुगतना पड़ेगा।”

दूसरी ओर, महागठबंधन सरकार में शामिल RJD के नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, “शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषय पर सियासत धर्म के चश्मे से नहीं होनी चाहिए। नीतीश और तेजस्वी की सरकार में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और शिक्षा में सुधार लगातार हो रहा है…भाजपा के पास मुद्दा नहीं है, तो ये शिक्षा में भी जहर घोल रहे हैं और नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं।”

वहीं जदयू नेता नीरज कुमार ने कहा है कि शब-ए-बारात की छुट्टियां घटाई गई हैं, इस पर कोई चर्चा नहीं हो रही…हिन्दुओं की छुट्टियों में कोई कटौती नहीं की गई है…जिन छुट्टियों को बढ़ाया गया है उसका कारण शिक्षा विभाग ही स्पष्ट कर सकता है…इसे राजनीतिक चश्मे से देखने से अच्छा होगा कि शिक्षा विभाग का स्पष्टीकरण देखने के बाद वक्तव्य दें।

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