पटना. बिहार में तेजी से बदली सियासी हालात के बीच जदयू ने इंडिया गठबंधन को झटका दिया और बीजेपी का दामन थाम लिया. सत्ता परिवर्तन के बाद अब नीतीश कुमार कांग्रेस को निशाने पर लेकर निशाना भी साध रहे हैं लेकिन इसी बीच राहुल गांधी का बिहार में सीमांचल दौरा हुआ. इस दौरे ने सुगबुगाहट तेज कर दी है कि राहुल गांधी ने ऐसा क्यों किया. उन्होंने अपने दौरे के लिए सीमांचल को ही क्यों चुना. कहीं AIMIM और JDU के कारण कांग्रेस को मुस्लिम वोट खिसकने का डर तो नहीं.
AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष अख़्तरूल ईमान ने राहुल गांधी के सीमांचल दौरे पर बड़ा निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी सीमांचल दौरे पर AIMIM के डर की वजह से आए थे. उन्हें इस बात का डर था कि AIMIM के रहते कांग्रेस की दाल बिहार में नहीं गल सकती है. राहुल गांधी जब सीमांचल दौर पर आए तो उन्होंने सीमांचल के समस्याओं को नहीं उठाया. बिहार में नालंदा, सासाराम सहित कई जिलों में मुसलमान के साथ हिंसा हुई, उन मुद्दों को नहीं उठाया.
दरअसल राहुल गांधी तीन दिन तक बिहार के सीमांचल दौरे पर आए और इस दौरान उन्होंने सभाओं को भी संबोधित किया और निशाने पर नीतीश कुमार को भी रखा. उनके दौरे पर जदयू MLC ख़ालिद अनवर ने तीखा हमला करते हुए कहा कि किसी का भी दौरा हो जाए, बिहार के मुसलमान नीतीश कुमार पर पूरा भरोसा करते हैं और इनके रहते उन्हें किसी बात की चिंता नहीं है.
ख़ालिद अनवर कहते हैं कि कुछ पार्टियों ने मुसलमानों को अपनी जागीर समझ रखा है लेकिन वो समझ लें कि सीमांचल सहित बिहार का हर मुसलमान को पता है कि बिहार में नीतीश कुमार के रहते मुस्लिम समाज को डरने या चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है और इस बार के चुनाव में मुसलमान जदयू के साथ पूरी मुस्तैदी से खड़ा रहेगा. इस प्रकरण पर कांग्रेस MLC प्रेमचंद्र मिश्रा कहते हैं राहुल गांधी ने सीमांचल के इलाक़े को दौरे के लिए इसलिए चुना था क्योंकि उनका बंगाल दौरा था और बंगाल बिहार के सीमांचल से सटा हुआ है लेकिन इस पर भी बीजेपी से मिली हुई पार्टियों के पेट में दर्द हो रहा है.
मिश्रा कहते हैं राहुल गांधी के दौरे के बाद जिस तरह से जनता का समर्थन मिला है उससे ऐसे लोगो की दुकान बंद होती दिख रही है जो बीजेपी के इशारे पर वोट बैंक सेंघ लगाने की कोशिश कर रहे थे.
दरअसल प्रेमचंद्र मिश्रा का इशारा जदयू और AIMIM पर था लेकिन कांग्रेस के नेता कुछ भी तर्क दें सीमांचल में कांग्रेस को अपनी एक मात्र सीट किशनगंज सीट बचाने के साथ साथ इन इलाक़ों में पड़ने वाले सीट पर जीतने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी जो आसान नहीं है.
बिहार में कांग्रेस RJD के साथ है जिसका MY समीकरण है बावजूद इसके सीमांचल में AIMIM बड़ा फ़ैक्टर है. एनडीए के साथ आने के बाद जदयू भी और मजबूत हो जाती है और सिर्फ किशनगंज को छोड़कर एनडीए ने 40 में 39 सीटें जीत ली थी जिसमें सीमांचल की पूर्णिया, कटिहार और अररिया सीट भी है. राहुल गांधी के दौरे की एक बड़ी वजह मुस्लिम वोटर को अपने पाले में करने की कवायद भी मानी जा रही हैं जो कांग्रेस से दूर होती जा रही है. कांग्रेस बिहार में भी अपने पुराने वोटरों को मैसेज देने की तैयारी कर रही है और राहुल गांधी का दौरा इसी तस्वीर का हिस्सा है.
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FIRST PUBLISHED : February 1, 2024, 14:35 IST