Biden-Blinken ने ऐसा Pressure बनाया कि Hamas को दो अमेरिकी नागरिक छोड़ने पड़ गये

इज़राइल और हमास के बीच जारी युद्ध के बीच एक बड़ी खबर यह आई है कि हमास ने अपहृत किये गये दो अमेरिकी नागरिकों को रिहा कर दिया है। देखा जाये तो यह अमेरिका के बाइडन प्रशासन की बड़ी जीत है क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन कह चुके हैं कि हमास द्वारा बंधक बनाये गये सभी अमेरिकियों को रिहा कराने के लिए हम कुछ भी करेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस सप्ताह इजराइल का दौरा कर हालात का जायजा लिया था और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कई अरब देशों की यात्रा कर हालात की समीक्षा की थी और अमेरिकी नागरिकों की रिहाई कराने में मदद मांगी थी। इसके बाद दो अमेरिकी नागरिकों की रिहाई की खबर आई है जिसकी इज़राइली रक्षा बलों ने पुष्टि कर दी है।

दोनों अमेरिकी नागरिकों की पहचान जूडिथ ताई रानन और उनकी 17 वर्षीय बेटी नताली रानन के रूप में की गई है। गाजा पर शासन करने वाले इस्लामी समूह हमास ने 7 अक्टूबर को दक्षिणी इज़राइल पर हमले के दौरान इनका अपहरण कर लिया था। अमेरिकी नागरिकों को सुरक्षित रूप से इजरायली सैनिकों को सौंप दिया गया है। रिहाई के दौरान दोनों महिलाएं इजरायली सैनिकों से घिरी हुई थीं और बंदियों और लापता लोगों के लिए इजरायल के समन्वयक गैल हिर्श का हाथ पकड़े हुए थीं। रिपोर्टों के अनुसार, शिकागो में किशोरी के पिता उरी रानन ने भी पुष्टि की है कि उन्होंने अपनी बेटी से फोन पर बात की है। हम आपको बता दें कि हमास के आतंकवादियों द्वारा मुक्त किए जाने वाले ये पहले बंधक हैं। हमास की सशस्त्र शाखा के प्रवक्ता अबू उबैदा ने इस बारे में कहा है कि कतर के मध्यस्थता प्रयासों के जवाब में बंधकों को “मानवीय कारणों से” रिहा कर दिया गया है।

इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अमेरिकी नागरिकों की रिहाई पर खुशी जताते हुए कहा है कि बंधकों को पिछले 14 दिनों में भयानक पीड़ा का सामना करना पड़ा। उन्होंने हमास की कैद से मुक्त हुए अमेरिकी नागरिकों को पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया। बताया जा रहा है कि अमेरिकी बंधकों की रिहाई कतर और हमास के बीच बातचीत के बाद ही संभव हो पाई है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कतर सरकार का उनकी महत्वपूर्ण सहायता के लिए आभार व्यक्त किया है। साथ ही ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने दो अमेरिकी बंधकों की रिहाई का स्वागत किया और कतर को धन्यवाद दिया। वहीं इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक बयान में कहा, “हमारे दो अपहृत लोग घर पर हैं। हम सभी अपहृत और लापता लोगों को वापस लाने के प्रयास नहीं छोड़ रहे हैं।”

दूसरी ओर, इजराइल-हमास के बीच जारी युद्ध के ताजा हालात की बात करें तो आपको बता दें कि इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा में “जीत हासिल होने तक लड़ने” की कसम खाई है और अपनी सेना की बमबारी पर कोई रोक नहीं लगाने का संकेत दिया है। इजराइल ने जमीनी आक्रमण के लिए गाजा के पास बड़ी संख्या में टैंक और सैनिक एकत्र किए हैं। इज़रायली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा है कि हमारे उद्देश्यों को पूरी तरह हासिल करने में कुछ समय लग सकता है लेकिन हम हमास संगठन को उखाड़ फेंकेंगे। हम इसकी सेना और शासकीय बुनियादी ढांचे को नष्ट कर देंगे। उन्होंने कहा कि अगला चरण और अधिक लंबा होगा, लेकिन इसका उद्देश्य “एक पूरी तरह से अलग सुरक्षा स्थिति” हासिल करना है, जिसमें गाजा से इजरायल को कोई खतरा नहीं होगा। उन्होंने कहा, “यह एक दिन, एक सप्ताह या एक महीने में नहीं होगा बल्कि इसमें समय लगेगा।

इस बीच, फिलिस्तीनी मीडिया ने रात भर गाजा में भारी इजरायली बमबारी की सूचना दी, जिसमें उत्तरी गाजा के जबालिया में एक घर पर हमला भी शामिल था जिसमें कम से कम 19 लोग मारे गए। फिलिस्तीनी मीडिया ने बताया कि इजरायली विमानों ने शनिवार तड़के उत्तरी गाजा में छह घरों पर हमला किया, जिसमें कम से कम आठ फिलिस्तीनियों की मौत हो गई और 45 घायल हो गए। इज़रायली सेना की ओर से इस बारे में तत्काल कोई टिप्पणी नहीं आई।

हम आपको बता दें कि इज़राइल ने पहले ही सभी नागरिकों को गाजा पट्टी के उत्तरी आधे हिस्से को खाली करने के लिए कहा है, जिसमें गाजा शहर भी शामिल है। बहुत से लोग अभी भी यह कहते हुए वहां से नहीं निकले हैं कि उन्हें सब कुछ खोने का डर है और उनके पास जाने के लिए कोई सुरक्षित जगह नहीं है क्योंकि दक्षिणी इलाके भी हमले की जद में हैं। इस बीच, संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के कार्यालय ने कहा है कि 140,000 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं और लगभग 13,000 पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं। दूसरी ओर, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने शुक्रवार को मिस्र की ओर चेकपॉइंट का दौरा किया और हर दिन गाजा में प्रवेश करने के लिए राहत सामग्री वाले ट्रकों की संख्या बढ़ाने का आह्वान किया।

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *