‘भारत रत्न’, भारत का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है, जिसकी स्थापनी 1954 में की गई थी. ‘भारत रत्न’ किसी भी व्यक्ति को मिलना बड़ी बात होती है, हालांकि ‘भारत रत्न’ पुरस्कार के लाभों में कोई मौद्रिक लाभ शामिल नहीं है, लेकिन यह सम्मान अपने आप में एक बड़ा सम्मान है, जो किसी भी फिल्ड के व्यक्ति को उसके उत्कृष्ट कार्यों या सेवा के लिए मिलता है. यह पुरस्कार जाति, व्यवसाय, पद, लिंग के भेदभाव के बिना दिया जाता है. ‘भारत रत्न’ की सिफारिश देश के प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रपति से की जाती है.
कोई धनराशि नहीं मिलती
‘भारत रत्न’ पुरस्कार में एक मेडल और सर्टिफिकेट दिया जाता है. जिस भी व्यक्ति को ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया जाता है, उसे राष्ट्रपति द्वारा हस्ताक्षरित एक सनद (प्रमाणपत्र) और एक पदक दिया जाता है.
रेलवे की मुफ्त यात्रा
‘भारत रत्न’ पुरस्कार विजेता को रेलवे की मुफ्त यात्रा की सुविधा मिलती है. यही नहीं उसे एयर इंडिया पर आजीवन एक्जिक्यूटिव क्लास यात्रा की सुविधा भी दी जाती है.
CBSE कक्षा 10वीं, 12वीं बोर्ड परीक्षा में बड़ा बदलाव, स्टूडेंट देखें ये लेटेस्ट अपडेट
राज्य अतिथि का दर्जा
‘भारत रत्न’ प्राप्तकर्ता को राजनयिक पासपोर्ट मिलता है, जो उन्हें हवाई अड्डों पर वीआईपी लाउंज तक पहुंच का लाभ प्रदान करता है. यही नहीं देश में राज्यों की यात्रा करने पर राज्य अतिथि का दर्जा मिलता है. साथ ही अहम सरकारी कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए न्यौता भी मिलता है.
वॉरंट ऑफ़ प्रेसिडेंस
‘भारत रत्न’ मिलने वाले व्यक्ति को सरकार वॉरंट ऑफ़ प्रेसिडेंस में जगह देती है. उन्हें प्रोटोकॉल में राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, पूर्व राष्ट्रपति, उप प्रधानमंत्री, मुख्य न्यायाधीश, लोकसभा अध्यक्ष, कैबिनेट मंत्री, मुख्यमंत्री, पूर्व प्रधानमंत्री और संसद के दोनों सदनों में विपक्ष के नेता के बाद जगह मिलती है.
JEE Main 2024 सत्र 1 का रिजल्ट आज, शाम 5 बजे तक घोषित होंगे नतीजे, जेईई लेटेस्ट अपडेट यहां देखें