वहीं दूसरी तरफ गर्मियों का मौसम अभी आया भी नहीं है कि बेंगलुरु में लोगों को भारी जल संकट का सामना करना पड़ रहा है। शहर के कई इलाकों में पानी की किल्लत का सामना लोग कर रहे है। इलाकों में बोरवेल सूख गए है।
गर्मियों के मौसम में पानी की समस्या काफी अधिक हो जाती है। लोगों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ता है। पीने के पानी से लेकर नहाने के पानी तक की भी भारी कमी होने लगती है। आमतौर पर जलस्तर काफी कम हो जाता है, जिस कारण लोगों के लिए पानी की आपूर्ति पूरी नहीं हो पाती है।
वहीं दूसरी तरफ गर्मियों का मौसम अभी आया भी नहीं है कि बेंगलुरु में लोगों को भारी जल संकट का सामना करना पड़ रहा है। शहर के कई इलाकों में पानी की किल्लत का सामना लोग कर रहे है। इलाकों में बोरवेल सूख गए है। ऐसे में लोगों को पानी की कमी के कारण कई समस्याएं हो रही है। पानी की आपूर्ति पूरी करने के लिए लोगों को टैंकरों का सहारा लेना पड़ रहा है।
न्यूज चैनल आजतक की रिपोर्ट की मानें तो स्थानीय लोगों को पीने के पानी लेने के लिए लंबी लाइन में लगना पड़ रहा है। बेंगलुरु के आरआर नगर में सिर्फ एक ही आरओ प्लांट चल रहा है। इस प्लांट के बाहर भी पोस्टर लगाया गया है जिसमें लिखा गया है कि 20 लीटर पानी के लिए पांच रुपये का भुगतान करना होगा। आम जनता जो पानी के लिए तरस रही है, उनके लिए प्लांट सुबह सात बजे खुलता है और पानी की आपूर्ति दो घंटे तक यानी सुबह नौ बजे तक होती है। इसके बाद पानी की सप्लाई बंद कर दी जाती है। अगर आम जनता इन दो घंटों के बाद पहुंचती है तो उन्हें पानी नहीं मिलता है और दिन भर पानी के बिना ही गुजारा करना पड़ता है। वहीं सुबह के बाद शाम पांच बजे फिर से आरओ खुलता है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि पानी की काफी किल्लत हो रही है। बीते तीन महीनों से ही पानी की कमी हो रही है। हर दिन बैंगलोर जल आपूर्ति और सीवरेज बोर्ड के इंजीनियर को बुलाया जाता है और पीने के पानी के लिए आरओ प्लांट पर जाना पड़ता है ताकि पानी को स्टोर किया जा सके। मगर प्लांट से भी सिर्फ एक व्यक्ति को एक ही कैन भरने की अनुमति होती है, जो पर्याप्त नहीं होती है।
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