Banswara News: बांसवाड़ा विधानसभा के भाजपा कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की पार्टी ऑफिस में दो दिन पहले समीक्षा बैठक हुई. बैठक का एक वीडियो सामने आया है. वीडियो में दावा किया गया कि बांसवाड़ा सीट से भाजपा प्रत्याशी रहे धनसिंह रावत और उनके समर्थक पार्टी के बड़े पदाधिकारी व प्रधान पर कांग्रेस से मिलीभगत का आरोप लगा रहे है. वीडियो में मंडल महामंत्री सत्यनारायण काफी आक्रोशित दिख रहे है. उन्होंने पूर्व जिला महामंत्री और बांसवाडा प्रधान पर प्रत्याशी के खिलाफ प्रचार करने का आरोप लगाया. कहा कि, दोनों ने कांग्रेस से पैसे लेकर पार्टी के खिलाफ काम किया.
मंडल महामंत्री सत्यनारायण ने पूर्व जिला महामंत्री पर आरोप लगाए कि वह बांसवाड़ा सीट से टिकट मांग रहे थे लेकिन टिकट नहीं दिया गया. उसके बाद वह आंबापुरा क्षेत्र में अकेले प्रचार पर निकले. पूर्व महामंत्री पर आरोप लगाया कि उन्होंने कांग्रेस से पैसे लिए और भाजपा कार्यकर्ताओं के घर अकेले जाकर कांग्रेस को वोट देने के लिए कहा है. मीटिंग में सत्यनारायण ने कहा कि ऐसा करने वालों को पत्थर मारकर भगाओ. मीटिंग में अन्य वक्ताओं ने नवागांव मंडल अध्यक्ष पर भी भीतरघात का आरोप लगाया.
गद्दारी की मिलनी चाहिए सजा :रावत
मीटिंग में बीजेपी प्रत्याशी रहे धनसिंह रावत ने कहा कि पार्टी में गद्दारों को गद्दारी की सजा मिलनी चाहिए. अब कोई यह नहीं कहेगा कि, जो हो गया वह हो गया अब रहने दो. गद्दारों पर कार्रवाई होगी. रावत ने कहा कि बांसवाड़ा विधानसभा में अब हमारी चलेगी. सरकार बन गई है इसलिए आप जैसा कहोगे वैसा हम करेंगे. जो सीआई चाहिए, थानेदार चाहिए, जो अधिकारी चाहिए वो होगा. बड़े से बड़ा अधिकारी अपने हिसाब से नौकरी करेगा. मैं और भवानी जोशी तय करेंगे, वो ही कलेक्टर होगा और वो ही एसपी होगा.
रावत को टिकट मिलने के बाद से ही बिखरी थी पार्टी
पिछले चुनाव में भी टिकट नहीं मिलने पर धनसिंह रावत बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ा था. तब भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था. इस बार पार्टी एकजुट दिख रही थी और हकरु मईडा का टिकट करीब-करीब तय था. उसके बाद अचानक रावत को टिकट मिला तो यह फैसला चौंकाने वाला रहा. पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं और दावेदारों का यहीं कहना है कि बागी को टिकट क्यों दिया गया. चार महीने पहले जिस व्यक्ति को निष्कासन से बहाल किया, वह दावेदार कैसे हो सकता है.