ईशा बिरोरिया/ऋषिकेश. उत्तराखंड में स्थित ऋषिकेश योगा कैपिटल के तौर पर दुनियाभर में प्रसिद्ध है. ऋषिकेश योग के साथ ही आयुर्वेद के लिए भी काफी मशहूर है. दूरदराज से लोग यहां आयुर्वेदिक थेरेपी लेने के लिए आते हैं. वहीं हम आपको एक ऐसी थेरेपी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे आपका मन एकदम शांत हो जाएगा और आप काफी रिलैक्स महसूस करेंगे. साथ ही अगर आप माइग्रेन से परेशान हैं, तो वो भी दूर हो जाएगा. इस थेरेपी का नाम है शिरोधारा.
‘लोकल 18’ के साथ हुई बातचीत के दौरान ऋषिकेश के लक्ष्मण झूला के पास ही में स्थित डिजाइन रिसोर्ट एंड सपा के मैनेजर और वेलनेस थेरेपिस्ट मनीष थपलियाल बताते हैं कि आयुर्वेद कोई आज की चिकित्सा पद्धति नहीं है, इसका इतिहास हजारों साल पुराना है. जहां धीरे-धीरे एलोपैथी ने इसकी जगह ले ली है, वहीं बड़ी संख्या में वापस से लोग आयुर्वेद से जुड़ने लगे हैं.
तनाव वाले हार्मोन्स को करता है शांत
एलोपैथी हमें आराम तो देती है, लेकिन सिर्फ कुछ समय के लिए, वहीं आयुर्वेद से आराम भी मिलता है और समय के साथ बीमारी भी जड़ से खत्म हो जाती है. आयुर्वेद की ही एक चिकित्सा पद्धति है शिरोधारा, जो हमारी दिमाग की नसों और तनाव वाले हार्मोन्स को शांत करता है, जिससे हमें आराम मिलता है और माइग्रेन भी दूर होता है.
कैसे दी जाती है शिरोधारा थेरेपी?
मनीष बताते हैं कि शिरोधारा में गरम तेल से मसाज दी जाती है. यह तेल कोई आम तेल नहीं होता बल्कि आयुर्वेदिक तेल होता है, जो कई खास जड़ी बूटियों से बनाया जाता है. एक पीतल के बर्तन में इस तेल को गर्म करके डाल दिया जाता है, जो धीरे-धीरे हमारे माथे पर गिरता है और हमारे पूरे सिर की ओर जाता है. जड़ी बूटी से भरपूर यह तेल हमारे दिमाग की नसों को शांत करता है. साथ ही तनाव पैदा करने वाले हार्मोन्स को भी रोकता है, जिससे हम काफी रिलैक्स महसूस करते हैं. इस थेरेपी का चार्ज 8000 रुपए से शुरू होता है.
(NOTE: इस खबर में दी गई जानकारी तथ्यों पर आधारित है. ‘लोकल 18’ इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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FIRST PUBLISHED : November 29, 2023, 15:27 IST