इकबाल अंसारी ने कहा कि अयोध्या में सब धर्म और जात के देवी-देवता विराजमान हैं। आज 22 तारीख के दिन भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा है। संघर्ष जो भी रहा हो। जो भी सारी चीजें बताई जाती थी। आज का दिन वो पूरा हो गया है।
अयोध्या में एक भव्य मंदिर के लिए राम जन्मभूमि आंदोलन की समय-सीमा दो शताब्दियों से अधिक समय से चल रही है, जिसमें खून-खराबे के बीच कई मील के पत्थर भी शामिल हैं। ‘प्राण प्रतिष्ठा’ का नेतृत्व करने वाले प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने आमंत्रित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि यह उनके लिए एक भावनात्मक क्षण था क्योंकि वर्षों के इंतजार के बाद, भगवान राम आखिरकार अयोध्या पहुंचे थे। प्रधानमंत्री ने कहा राम लला अब तंबू में नहीं रहेंगे क्योंकि यह महान मंदिर उनके लिए बनाया गया। इसी बीच बाबरी मस्जिद की लड़ाई लड़ने वाले मुख्य पक्षकार इकबाल अंसारी का बड़ा बयान सामने आया है।
इकबाल अंसारी ने कहा कि अयोध्या में सब धर्म और जात के देवी-देवता विराजमान हैं। आज 22 तारीख के दिन भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा है। संघर्ष जो भी रहा हो। जो भी सारी चीजें बताई जाती थी। आज का दिन वो पूरा हो गया है। अब लोग अयोध्या आए और सरयू स्नान करें। अयोध्या घूम कर देंखें। अयोध्या धर्म की नगरी है। भगवान के बताए हुए रास्ते पर चले। अयोध्या में जितने लोग आते हैं वो सभी धर्म की आस्था से आते हैं। सोचते हैं कि हमने जो कुछ भी किया है वो सरयू स्नान करने करने के बाद में हमारी मनोकामनाएं पूरी होंगी। भगवान राम के दर्शन से अपने-अपने मन की मनोकामना पूरी होगी।
अंसारी ने कहा कि हमने जो कुछ भी किया। अल्लाह के हाथों में सबकुछ है। आज हमें जो कुछ भी सम्मान मिला है। ये ऊपरवालों की देन है। हम बहुत खुश हैं।हमें भी बुलाया गया। अयोध्या में पूंजीपति भी हैं, बिजनेसमैन भी हैं। साधु-संत भी हैं। मोदी जी हमारे देश के प्रधानमंत्री हैं। अयोध्या भी आए। हर अयोध्या आने वाला हमारा मेहमान हमारे लिए स्वागत योग्य है।
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