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पिछले खेलों में महिला एकल में कांस्य और टीम स्पर्धा में रजत पदक जीतने वाली 36 वर्षीय जोशना 23 सितंबर को हांगझोउ में शुरू होने वाले एशियाई खेलों में केवल व्यक्तिगत प्रतियोगिता में भाग लेंगी। आठ बार की विश्व चैंपियन मलेशिया की निकोल डेविड के अब प्रतिस्पर्धा नहीं करने के बावजूद जोशना को लगता है कि खेल आसान नहीं होंगे।
चेन्नई। जोशना चिनप्पा को लगता है कि पिछले कुछ वर्षों में महाद्वीप में स्क्वाश के स्तर में सुधार हुआ है और उन्हें आगामी एशियाई खेलों में अपने विरोधियों को हराने के लिए अपने ज्ञान और अनुभव का फायदा उठाने की उम्मीद है।
पिछले खेलों में महिला एकल में कांस्य और टीम स्पर्धा में रजत पदक जीतने वाली 36 वर्षीय जोशना 23 सितंबर को हांगझोउ में शुरू होने वाले एशियाई खेलों में केवल व्यक्तिगत प्रतियोगिता में भाग लेंगी।
आठ बार की विश्व चैंपियन मलेशिया की निकोल डेविड के अब प्रतिस्पर्धा नहीं करने के बावजूद जोशना को लगता है कि खेल आसान नहीं होंगे।
जोशना ने यहां इंडियन स्क्वाश अकादमी में मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘‘निकोल ने लंबे समय तक दबदबा बनाए रखा। लेकिन एशियाई स्क्वाश की गुणवत्ता पिछले कुछ वर्षों में बढ़ी है और यह पहले दौर से ही कठिन होने जा रहा है। आप किसी को भी हल्के में नहीं ले सकते।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जाहिर तौर पर इस स्तर पर खेलना आसान नहीं है। लेकिन मेरे पास भी काफी ज्ञान और अनुभव है और उम्मीद है कि मैं खेलों में उस पर भरोसा कर सकती हूं।’’
जोशना ने कहा, ‘‘इस स्तर पर, मैं किसी से भी खेलने के लिए तैयार हूं, क्योंकि इस स्तर पर आपको किसी से भी भिड़ने के लिए तैयार रहना होगा।’’
स्क्वाश ओलंपिक का हिस्सा नहीं है और जोशना ने कहा कि एशियाई खेलों में पदक जीतना उनके लिए हमेशा विशेष होता है, खासकर जब वह उच्चतम स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व कर रही हैं।
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