चंडीगढ़. हरियाणा से पूर्व कांग्रेस सांसद अशोक तंवर (Ashok Tanwar) ने अब आम आदमी पार्टी को भी अलविदा कह दिया. इससे पहले, वह कांग्रेस से होते हुए तृणमूल कांग्रेस में भी रहे. टीएमसी के बाद अशोक तंवर आम आदमी से जुड़े, लेकिन अब उनका ‘आप’ से भी मन भर गया है. शुक्रवार को वह पंचकूला में भाजपा में शामिल होने जा रहे हैं.
बता दें कि अशोक तंवर हरियाणा में कभी कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष थे. वह यहां पर पार्टी का दलित और युवा चेहरा थे. राहुल गांधी से खासी करीबियां रहीं. दिल्ली में छात्र राजनीति से निकले अशोक तंवर हरियाणा में कांग्रेस के बड़े नेताओं में शुमार हुए, लेकिन फिर बाद में पार्टी में टकराव के चलते उन्हें कांग्रेस को छोड़ा दिया था. 2019 के विधानसभा चुनाव में जब उनके करीबियों को टिकट नहीं मिला तो उन्होंने अलग राह पकड़ी. फिर, अपना दल और कुछ साल टीएमसी के साथ सियासत की, लेकिन 4 अप्रैल 2022 को अशोक तंवर आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए.
एक बार चुनाव जीता दूसरी बार हारे
अशोक तंवर ने हरियाणा के सिरसा से साल 2009 में लोकसभा चुनाव जीता. इसके बाद, 2014 में वह चुनाव हार गए. बाद में उन्हें 2014 में हरियाणा कांग्रेस का प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया. 2019 तक प्रदेशाध्यक्ष रहने के बाद उन्होंने कांग्रेस को अलविदा कह दिया.
कहां से हुई सियासत की शुरुआत
अशोक तंवर ने वरंगल के काकतीय यूनिवर्सिटी से बीए और दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से पीएचडी की पढ़ाई की थी. इसी दौरान वह एनएसयूआई के साथ जुड़े. यहीं से उनका सियासी सफर शुरू हुआ. फिर उनकी मुलाकात राहुल गांधी से हुई. बाद में राहुल गांधी के बहुत करीबी हो गए. तंवर की शादी भी गांधी परिवार की पहल पर हुई थी.
हरियाणा के पूर्व कांग्रेस अशोक तंवर ने अब आम आदमी पार्टी से भी इस्तीफा दे दिया है. चर्चाएं हैं कि वह जल्दी ही भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं.
अशोक तंवर की शादी कांग्रेस नेता अजय माकन की चचेरी बहन और ललित माकन की बेटी से हुई है. अवंतिका पूर्व राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा की नातिन हैं. अवंतिका और अशोक के 2 बेटे और एक बेटी है. अशोक तंवर मूल रूप से झज्जर के चिमनी गांव के रहने वाले हैं. अब अवंतिका अशोक के राजनीतिक सफर में उनके साथ हैं. लोकसभा चुनाव के साथ विधानसभा चुनाव में भी अवंतिका पति का साथ देती जनसंपर्क के दौरान अक्सर नजर आती थी.
अशोक ने क्यों छोड़ी आम आदमी पार्टी
अशोक तंवर ने आम आदमी पार्टी से इस्तीफे देने की वजह भी बताई. उन्होंने कहा कि आप और कांग्रेस का गठबंधन के बाद अब मेरे नैतिक मूल्य मुझे इस पद पर बने रहने की इजाजत नहीं देते हैं. इसलिए मैं इस्तीफा देता हूं. उन्होंने कहा कि वह अपने प्रदेश हरियाणा और देश भारत के लिए काम करते रहेंगे.
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FIRST PUBLISHED : January 19, 2024, 12:14 IST