नई दिल्ली:
Arthritis Causes: अर्थराइटिस एक आम और प्रभावी रोग है जो जोड़ों की सूजन और दर्द का कारण बनता है. यह रोग जोड़ों में की स्थिति पर असर करता है और व्यक्ति के दिनचर्या को प्रभावित करता है. इसके लक्षण शामिल हैं: दर्द, सूजन, और जोड़ों की कठिनाई. अर्थराइटिस का विभिन्न कारण हो सकता है, जैसे कि उम्र, अस्थायी जीवनशैली, और इन्फेक्शन. इसका प्रबंधन चिकित्सा, व्यायाम, और आहार में परिवर्तन शामिल होता है. अर्थराइटिस एक अस्थायी और प्रभावी रोग है जिससे जोड़ों में कई तरह की समस्या उत्पन्न होती है. अर्थराइटिस के कई प्रकार होते हैं, जिनमें ऑस्टियोआर्थराइटिस, रेउमेटॉइड आर्थराइटिस, और गठिया शामिल हैं. यह रोग विभिन्न कारणों से हो सकता है, जैसे कि उम्र, अस्थायी जीवनशैली, और आदर्श वजन के बारे में. इसका प्रबंधन चिकित्सा, व्यायाम, और आहार में परिवर्तन शामिल होता है. एक आंकड़े के अनुसार, भारत की जनसंख्या का 15 फीसदी लोग गठिया से पीड़ित है. पहले ये बीमारी बुजुर्गों में देखी जाती थी, अब ये युवाओं को भी ये अपने चपेट में ले रही है. आइए जानें अर्थराइटिस के कारण:
उम्र: बढ़ती उम्र एक मुख्य कारण है. अर्थराइटिस की समस्या ज्यादातर बड़े उम्र के लोगों में देखी जाती है.
जोड़ों की चोट: घातक चोट या जोड़ों की अधिक उपयोग से अर्थराइटिस का खतरा बढ़ता है.
गंभीर जोड़ों की समस्याएं: जैसे कि रेउमेटॉइड आर्थराइटिस, जोड़ों की गठिया, या ल्यूपस जैसे गंभीर रोग अर्थराइटिस का कारण बन सकते हैं.
जेनेटिक कारक: अर्थराइटिस का कारण जेनेटिक भी हो सकता है. यदि परिवार में किसी को इस रोग की इतिहास है, तो आपके अर्थराइटिस के होने का खतरा बढ़ जाता है.
अन्य कारण: बुद्धिमत्ता, उद्दीपन विकार, या अन्य मेडिकल कंडीशन भी अर्थराइटिस का कारण बन सकते हैं.
अर्थराइटिस के लक्षण और उपचार
लक्षण:
जोड़ों में दर्द: अर्थराइटिस के सबसे मुख्य लक्षण में से एक है जोड़ों में दर्द, जो अधिकतर सुबह या रात को अधिक भारी होता है.
सुस्ती: जोड़ों में सुस्ती या गठिया आकार का आना.
जोड़ों की सुखान: दर्दी और सुस्ती के साथ जोड़ों की सुखान या सूजन का अनुभव हो सकता है.
गति की कमी: अर्थराइटिस के कारण जोड़ों की चाल में कमी हो सकती है.
गरम और सुखाने: जोड़ों में गरमी का अनुभव करना और यहां तक कि उन्हें सुखाने के लिए ठंडा पानी की चाहिए.
उपचार:
दवाओं का सेवन: डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवाओं का सेवन करें. यह शांति प्रदान कर सकते हैं और जोड़ों के दर्द को कम कर सकते हैं.
व्यायाम: आरामी और स्थिर व्यायाम करना, जैसे कि योग और ताई चीज़, जो अर्थराइटिस के लिए उपयुक्त हो सकता है.
अनुशासन: शेष और अधिक विश्राम करें, और अधिक बेहतर खानपान की देखभाल करें.
थार्मल थेरेपी: गरम प्रेस या ठंडे पैक का उपयोग करें, जो जोड़ों की सूजन को कम कर सकता है.
ऑपरेटिव इलाज: गंभीर मामलों में, ऑपरेटिव इलाज की आवश्यकता हो सकती है, जैसे कि जोड़ों के बदले जाने की ज़रूरत.
अर्थराइटिस के लक्षणों का उपचार समय पर किया जाना चाहिए ताकि यह समस्या और ज्यादा बढ़ने से रोका जा सके.