इंद्रप्रस्थ मेडिकल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईएमसीएल) ने सोमवार को गुर्दे के बदले नकद गिरोह में शामिल होने के आरोप का खंडन किया।
अस्पताल ने रिपोर्ट का खंडन करते हुए कहा कि वह प्रत्यारोपण के लिए सरकारी दिशानिर्देशों सहित हर कानूनी और नैतिक जरूरत का पालन करता है।
‘अपोलो अस्पताल समूह’ के हिस्से के रूप में कार्यरत इस अस्पताल ने कहा कि हर विदेशी दाता को प्रत्यारोपण से पहले उनसे संबंधित विदेशी सरकार से इस बात का एक प्रमाणपत्र प्राप्त करना आवश्यक है कि दाता और प्राप्तकर्ता वास्तव में संबंधित हैं।
कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा, आईएमसीएल प्रत्यारोपण प्रक्रियाओं के लिए हर कानूनी और नैतिक आवश्यकता का अनुपालन करती है जिसमें सरकार द्वारा निर्धारित सभी दिशानिर्देशों के साथ-साथ हमारी अपनी व्यापक आंतरिक प्रक्रियाएं भी शामिल हैं।
प्रवक्ता ने एक अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब दिया जिसमें आरोप लगाया गया था कि अस्पताल गुर्दे के बदले नकद गिरोह में शामिल है और म्यांमार के गरीब लोगों को धनराशि के लिए अपने अंग बेचने का लालच दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘हाल ही में अंतरराष्ट्रीय मीडिया में आईएमसीएल के खिलाफ लगाए गए आरोप बिल्कुल झूठे, गलत जानकारी वाले और भ्रामक हैं। सभी तथ्य संबंधित पत्रकार के साथ विस्तार से साझा किए गए हैं।
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