जम्मू-कश्मीर पुलिस के सेवानिवृत्त महानिरीक्षक गुलाम हसन भट के बेटे हुमायूं भट को श्रद्धांजलि देने के लिए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और पुलिस के आला अधिकारी जब उनके घर पहुँचे तो बड़ी संख्या में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा था।
जम्मू-कश्मीर में अनंतनाग जिले में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सेना के एक कर्नल, एक मेजर और जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक उपाधीक्षक के शहीद हो जाने से विपक्ष मोदी सरकार पर सवाल उठा रहा है कि आखिर वह कैसे यह दावा करती है कि कश्मीर में सबकुछ सामान्य हो गया है। हम आपको बता दें कि आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में 19 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धोनैक और पुलिस उपाधीक्षक हुमायूं भट शहीद हो गये हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस के सेवानिवृत्त महानिरीक्षक गुलाम हसन भट के बेटे हुमायूं भट को श्रद्धांजलि देने के लिए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और पुलिस के आला अधिकारी जब उनके घर पहुँचे तो बड़ी संख्या में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा था। हुमायूं भट को भारी भीड़ की मौजूदगी में बुधवार को सुपुर्द-ए-खाक किया गया। हुमायूं भट की दो महीने की बेटी है। उनकी शहादत से परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। आज भी तमाम पार्टियों के नेता उनके घर पहुँच कर शहीद के परिजनों को सांत्वना दे रहे हैं।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने शहीद हुमांयू भट को श्रद्धांजलि देने के बाद एक बार फिर पाकिस्तान से बातचीत की वकालत की। उन्होंने कहा, “ये बहुत बड़ा सदमा है। ये बर्बादी बहुत वक्त से चल रही है मुझे इसका अंत नहीं दिखता है…लड़ाई से अमन नहीं आता है बातचीत से आता है। उन्होंने कहा कि जब से देश आजाद हुआ ये फसाद साथ है। इसका हल निकालना जरूरी है…मैं इसका जवाब नहीं दे सकता हूं कि वे कहां से आ रहे हैं। वे दूसरे देश से भी हो सकते हैं।” उन्होंने कहा कि रोज हमें इस खतरे का सामना करना पड़ता है, इसका खामियाजा केवल जनता को होता है। लड़ाई से कोई मसला हल नहीं होता। पाकिस्तान ने 4 जंगें की हैं पर बॉर्डर वहीं खड़ा है। बातचीत के आलावा कोई रास्ता नहीं है।
वहीं अनंतनाग मुठभेड़ पर केंद्रीय मंत्री और पूर्व सेनाध्यक्ष वीके सिंह ने कहा, “जब तक हम पाकिस्तान को अलग-थलग नहीं करेंगे तब तक कुछ बदलने वाला नहीं है। पाकिस्तान पर दवाब डालना है तो उनको अलग-थलग करना होगा।” उन्होंने कहा कि जब देखो पाकिस्तान के साथ संबंध सामान्य करने को लेकर कभी फिल्म वाले आ जाते हैं तो कभी खेल वाले आ जाते हैं। यह सब ठीक नहीं है।
उधर, इस घटना पर भाजपा की प्रतिक्रिया की बात करें तो आपको बता दें कि अनंतनाग मुठभेड़ पर भाजपा नेता सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा, “हमारे जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी। इसका करारा जवाब मिलेगा। पहले भी पाकिस्तान को करारा जवाब मिला है। जो आतंकी इसमें शामिल हैं वे मौत के घाट उतारे जाएंगे। हमारे जवानों की शहादत पर देश दुखी है, पूरा देश उनके परिवार के साथ है। उनका बदला जरूर लिया जाएगा।” उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी आकाओं के कहने पर जिस प्रकार की हरकत आतंकियों ने की है उसकी कोई माफी नहीं है। हम किसी भी परिस्थिति में इन्हें क्षमा नहीं करेंगे।
वहीं इस मामले को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने कहा है कि जिस सयम PM के ऊपर फूल बरसाए जा रहे थे उस समय आतंकी हमारे जवानों पर गोलियां बरसा रहे थे जिसमें 3 वरिष्ठ अधिकारी शहीद हो गए। उन्होंने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि एक तरफ ये लोग पीओके को वापस लाने की बात करते हैं और दूसरी तरफ इनसे कश्मीर में हालात संभल नहीं रहे हैं।