
अलीगढ़ नुमाइश में किसानों का हंगामा
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अलीगढ़ महोत्सव के उद्घाटन से पहले नुमाइश मैदान पर बखेड़ा खड़ा हो गया। साथा चीनी मिल शुरू कराने की मांग लेकर गन्ना मंत्री से मिलने पहुंचे किसान संघर्ष मोर्चा व भाकियू भानु के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने रोकने पर पुलिस से धक्का-मुक्की की। पुलिस पर लाठीचार्ज व महिला पदाधिकारियों से अभद्रता करने व कपड़े फाड़ने के आरोप लगाते हुए जेल रोड पर जाम लगा दिया। इंस्पेक्टर लोधा के निलंबन की मांग पर अड़ गए।
किसान नेता डॉ. शैलेंद्र पाल सिंह के साथ बड़ी संख्या में किसान 1 फरवरी दोपहर करीब साढ़े बारह बजे नुमाइश मैदान पहुंचे। इसी बीच राजस्व राज्यमंत्री अनूप वाल्मीकि का काफिला वहां आ गया। किसानों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन वह मित्तल गेट के पार चले गए। इस दौरान कुछ किसान बैरिकेड पर चढ़ गए और रोकने पर पुलिस से धक्कामुक्की होने लगी। जेल रोड पर जाम लगा दिया।
एडीएम सिटी अमित कुमार भट्ट, एसपी सिटी मृगांक शेखर पाठक, एसएसपी संजीव सुमन ने किसानों को समझाया कि वे सड़क से हट जाएं। उनकी मांगों को लेकर कैबिनेट मंत्री से बातचीत करेंगे। मंडलायुक्त रविंद्र, आईजी शलभ माथुर आ गए। उन्होंने भी किसानों से बातचीत की और समझाया।
गन्ना मंत्री ने दिया मिल का विस्तारीकरण करने का भरोसा
हंगामे के बाद गन्ना मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण ने नुमाइश मैदान के गेस्ट हाउस के बाहर बने नीरज-शहरयार पार्क में किसानों से बात की। उन्होंने किसानों की मांगों को जायज बताते हुए भरोसा दिया कि जल्द ही चीनी मिल की क्षमता वृद्धि कराई जाएगी। डॉ. शैलेंद्र पाल सिंह ने गन्ना मंत्री को बताया कि पिछले छह साल से किसान चीनी मिल के नवीनीकरण के लिए संघर्षरत है। दो साल से मिल पर ताला लगा है। सरकार ने 2023 के बजट में चीनी मिल के लिए पैसा मंजूर किया लेकिन कार्य शुरू नहीं हुआ है। इस दौरान अजीत पाल सिंह, युवा जिलाध्यक्ष कृष्णा ठाकुर, जिलाध्यक्ष संजय चौहान, श्रवण बघेल, सत्यप्रकाश छोंकर, अशोक सिंह, सुधीर जादौन, दिग्विजय सिंह, टीपी सिंह, रविंद्र पाल सिंह, सुशील कुमार सिंह, कौशल कुमार, रॉबी ठाकुर आदि मौजूद रहे।
किसान कैबिनेट मंत्री से मिलना चाहते थे। उन्हें कहा गया कि पहले नुमाइश का उद्घाटन हो जाए, बाद में उनकी मुलाकात करा दी जाएगी। वे नारेबाजी करने के साथ सड़क पर बैठ गए। जिन्हें समझा-बुझाकर हटवा दिया गया। किसी प्रकार की अभद्रता या लाठीचार्ज नहीं किया है। अगर इंस्पेक्टर लोधा या अन्य किसी पुलिस कर्मी ने अभद्रता की भी है तो उसकी जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी। – संजीव सुमन, एसएससपी