![Aligarh: एएमयू में हुआ भाषा विज्ञान के प्रबुद्धजनों का अन्तर्राष्ट्रीय महासम्मेलन, भाषा शिक्षण पर हुई चर्चा International conference of intellectuals of linguistics held in AMU](https://staticimg.amarujala.com/assets/images/2023/11/22/eemaya-ma-bhashha-vajaniana-ka-kafarasa-ma-macasana-parabthathhajana_1700669848.jpeg?w=414&dpr=1.0)
एएमयू में भाषा विज्ञान की कांफ्रेंस में मंचासीन प्रबुद्धजन
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अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के भाषा विज्ञान विभाग द्वारा कैनाडी हॉल में भारतीय भाषा विज्ञान सोसाइटी का तीन दिवसीय 45वां अन्तर्राष्ट्रीय महासम्मेलन का उद्घाटन 20 नवंबर को हुआ। केन्द्रीय शिक्षा सचिव के संजय मूर्ति ने मुख्य अतिथि बतौर ऑनलाइन संबोधित करते हुए कहा कि भाषा विज्ञान सभी विषयों की जननी है और नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार मातृ भाषा शिक्षण पर बहुत बल दिया गया है।
एएमयू वीसी प्रो मोहम्मद गुलरेज ने कहा कि भाषा विज्ञान विभाग विश्वविद्यालय का एक महत्वपूर्ण विभाग है। यह कला संकाय के प्रमुख विभागों में से है। रजिस्ट्रार मोहम्म्द इमरान आईपीएस ने कहा कि यह सम्मेलन विश्व में नवीन कीर्तिमान स्थापित करने में सहायतार्थ होगा और भविष्य में नये आयामों को खोलेगा।
आईआईटी मद्रास के प्रो श्रीश चैधरी ने इस महा सम्मेलन को भाषा विज्ञान के क्षेत्र में एक सराहनीय और उपयोगी कदम बताया। भारत सरकार के रसायनिक एवं उरर्वक मंत्रालय के उप महानिदेशक गंगा कुमार इस महासम्मेलन की सफलता पर बधाई दी। भाषा विज्ञान विभाग अध्यक्ष प्रो एमजे वारसी नेआगुन्तक विद्वानों का स्वागत किया। प्रो जी उमा माहेश्वर राव अध्यक्ष एलएसआई और प्रो शोभा सत्यनाथ, उपाध्यक्ष एलएसआई व कला संकाय के अधिष्ठाता प्रोफेसर आरिफ नजीर ने संबोधित किया।
उपस्थितजनों का आभार मसूद अली बेग ने जताया। कार्यक्रम का संचालन प्रो. शबाना हमीद ने किया। मंच पर मौजूद अतिथियों ने विभाग के जर्नल, बुक आफ एब्सट्रेक्ट तथा प्रोफेसर वारसी की पुस्तक जदीद लिसानियात का भी विमोचन किया।