सर्वेश श्रीवास्तव/अयोध्या. सनातन धर्म में एकादशी तिथि का बड़ा अधिक महत्व माना जाता है. हिंदू पंचांग के मुताबिक भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को अजा एकादशी के नाम से जाना जाता है. धार्मिक मान्यता के मुताबिक इस दिन भगवान विष्णु की विशेष पूजा आराधना करने से सुख समृद्धि और धन धान्य का आशीर्वाद मिलता है. अजा एकादशी का व्रत 10 सितंबर को है. एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति को सभी पापों से मुक्ति भी मिलती है. इतना ही नहीं ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक अजय एकादशी के दिन कई शुभ संयोग का निर्माण भी हो रहा है. जिसमें किया गया पूजा पाठ विशेष फल देने वाला होगा. तो चलिए जानते हैं अजा एकादशी व्रत का शुभ मुहूर्त और किन बातों का इस एकादशी में रखना चाहिए ध्या .
उत्तर प्रदेश के अयोध्या के ज्योतिषी नीरज भारद्वाज बताते हैं कि हिंदू पंचांग के मुताबिक अजा एकादशी का शुभ मुहूर्त भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 9 सितंबर शाम 7:17 से शुरू हो रही है. जो 10 सितंबर रात्रि 9:28 पर समाप्त होगा. इस दिनपुनर्वसु और पुष्प नक्षत्र का निर्माण हो रहा है. इतना ही नहीं, इस दिन रवि पुष्प योग और सर्वार्थ सिद्धि योग का भी निर्माण हो रहा है. शुभ योग में भगवान विष्णु की पूजा आराधना करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति जातक को मिलती है.
अजा एकादशी के दिन इन बातों का रखें ध्यान
धार्मिक शास्त्रों के मुताबिक जो लोग एकादशी व्रत का पालन करते हैं. उन्हें मांस, मदिरा, लहसुन-प्याज. मसूर की दाल इत्यादि का सेवन नहीं करना चाहिए. इसके अलावा. एकादशी तिथि के दिन किसी भी तरह के वृक्ष के पत्ते को तोड़ने से बचना चाहिए. लकड़ी के दातुन, नींबू जामुन या फिर आम का पत्ता चबाने से भी बचना चाहिए. एकादशी व्रत के दिन मन में हमेशा भक्ति भावना को जागृत करना चाहिए. किसी भी प्रकार के नकारात्मक विचार को मन में नहीं लाना चाहिए. एकादशी तिथि के दिन भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करना चाहिए. भजन करना चाहिए ऐसा करने से जीवन में सुख समृद्धि बनी रहती है.
(नोट: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष के मुताबिक है. न्यूज़ 18 इसकी पुष्टि नहीं करता है)
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FIRST PUBLISHED : September 04, 2023, 09:04 IST