टाटा ग्रुप की एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया ने बड़ा एक्शन लिया है। टाटा ग्रुप की एयर इंडिया ने अचानक ही कंपनी से 180 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। जिन कर्मचारियों को नौकरी से निकाया गया है वो सभी नॉन फ्लाइंग स्टाफ है। कंपनी की ओर से ये जानकारी दी गई है।
कंपनी ने बताया है कि जिन कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया है वो स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वॉलंटरी रिटायरमेंट स्कीम) और नए सिर से कौशल विकसित करने के अवसरों का इस्तेमाल नहीं कर पाए थे। वर्तमान में एयर इंडिया में कुल 18,500 कर्मचारी है। टाटा कंपनी का कहना है कि जिन कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया है वो कुल कर्मचारी की एक प्रतिशत से भी कम संख्या है।
गौरतलब है कि टाटा ग्रुप की एयर इंडिया घाटे में चल रही है। इस कंपनी को टाटा ने सरकार से अपने नियंत्रण में वर्ष 2022 में लिया था। इसके बाद से ही टाटा ग्रुप कई मॉडल और रणनीतियों के जरिए एयर इंडिया के कारोबार को पटरी पर लाने की कोशिश में जुटी हुई है। टाटा का प्रयास है की एयर इंडिया को प्रॉफिट में लाया जा सके।
एयर इंडिया के एक प्रवक्ता ने कहा कि फिटमेंट प्रक्रिया के तहत गैर-उड़ान कार्यों में लगे कर्मचारियों को संगठनात्मक जरूरतों और व्यक्तिगत योग्यता के आधार पर भूमिकाएं सौंपी गई हैं। प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, हालांकि, हमारे कर्मचारी आधार के एक प्रतिशत से भी कम लोगों, जो स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति या कौशल विकास अवसरों का उपयोग करने में सक्षम नहीं हैं, को हमसे अलग होना है। हम इस प्रक्रिया के दौरान सभी संविदात्मक दायित्वों का सम्मान कर रहे हैं।
हालांकि एयरलाइन ने यह नहीं बताया कि कितने कर्मचारियों को निकाला गया है लेकिन सूत्रों ने कहा कि 180 से कुछ अधिक पुराने कर्मचारी इसकी चपेट में आए हैं। एयर इंडिया में लगभग 18,000 कर्मचारी कार्यरत हैं। बता दें कि ये पहला मौका नहीं है जब एयरलाइन ने कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया है। इससे पहले 12 मार्च को भी 53 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया गया था।