दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान(एम्स) ने बृहस्पतिवार को कर्मचारियों के लिए आवासीय परिसरों में चौबीसों घंटे स्टाफ के लिए इलेक्ट्रिक कारों की उपलब्धता की घोषणा की।
यह कदम मरीजों की देखभाल के कर्तव्यों को लेकर तुरंत कार्रवाई करने के लिए अपने चिकित्सक दल को सशक्त बनाने के प्रयास में उठाया गया है।
अस्पताल ने एक बयान में बताया कि एम्स-दिल्ली के निदेशक डॉ. एम श्रीनिवास संकाय और कर्मचारियों से उनकी जरूरतों एवं चिंताओं को समझने के लिए बातचीत कर रहे हैं।
निदेशक के साथ बातचीत में एक समस्या सामने आई जो विशेष रूप से आयुर विज्ञान नगर, किदवई नगर, एशियाड विलेज और अंसारी नगर पश्चिम में रहने वाले चिकित्सक दल के सदस्यों को प्रभावित कर रही है।
बयान में बताया गया कि इन क्षेत्रों में रहने वाले चिकित्सक दल के सदस्योंको इलाज के लिए तुरंत निकलना पड़ता है और मुख्य परिसर में वाहनों की प्रतीक्षा करते समय देर हो जाती है। इस स्थिति से न केवल बहुमूल्य समय की हानि होती है बल्कि उन्हें मानसिक तनाव का भी सामना करना पड़ता है।
बयान के अनुसार, संस्थान को यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि स्टाफ के लिए इलेक्ट्रिक कारें अब आयुर विज्ञान नगर, किदवई नगर, खेलगांव और अंसारी नगर पश्चिम आवासीय परिसरों में चौबीस घंटे उपलब्ध होंगी।
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