बारिश के बाद कीचड़ से निकलते छात्र-छात्राएं
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ताजनगरी आगरा के बोदला क्षेत्र में दस हजार की आबादी शनिवार को दिनभर बिजली और पानी के लिए तरस गई। कलवारी विद्युत केंद्र पर क्षमता वृद्धि के लिए सुबह 9 से शाम 5 बजे तक शटडाउन रहा। सबमर्सिबल पंप और मोटर नहीं चलने से लोग पानी नहीं भर सके। बीमार और बुजुर्गों को खासी दिक्कत का सामना करना पड़ा।
दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम (डीवीवीएनएल) के सिकंदरा उपकेंद्र से पूर्व घोषित कटौती की सूचना प्रभावित इलाकों में समय पर नहीं पहुंची। शनिवार सुबह जब लोग उठे तो उनकी बत्ती गुल थी। बीघा नगर, आनंद नगर, गुलाब नगर, विनय नगर, मारुति रेजीडेंसी, बृज विहार, बोदला सराय, माहौर नगर, बैनारा फीडर से पोषित इलाके प्रभावित रहे। कलवारी विद्युत केंद्र की क्षमता 5 मेगावॉट है। जिसे 10 मेगावॉट करने के लिए शटडाउन लिया गया था। जिस वजह से 20 से अधिक इलाकों में 8 घंटे बिजली नहीं आई।
इधर, सुबह तेज हवाएं चलीं। तार टूट गए। बारिश से कई जगह विद्युत लाइनों में फॉल्ट हो गए। जयपुर हाउस में सड़क किनारे खड़ा सीमेंट का बिजली का खंभा गिर पड़ा। गनीमत रही, कोई जनहानि नहीं हुई। घर के बाहर खड़ी एक कार क्षतिग्रस्त हो गई।
क्षेत्रीय निवासी अनिल वर्मा ने बताया कि बिजली विभाग की लापरवाही से बड़ा हादसा हो सकता था। पुराना सीमेंट का खंभा गिरने से लोगों में अफरा-तफरी रही। उधर, बारिश से सेक्टर 12 मोड़ स्थित फ्लाईओवर के पास जलभराव रहा। कीचड़ और गंदगी में वाहन फिसलते रहे।