ADITYA-L1 मिशन के कामयाबी के पीछे निगार शाजी, झारखंड से उनका कनेक्शन जानें

शिखा श्रेया, रांची. इसरो का ADITYA-L 1 मिशन कामयाब रहा. इस कामयाबी के पीछे इसरो के साइंटिस्ट की बड़ी भूमिका रही. दिन-रात कड़ी मेहनत का नतीजा रहा कि भारत अपने सोलर मिशन में कामयाबी दर्ज की. इस मिशन में झारखंड का भी अहम कनेक्शन है. दरअसल, मिशन के प्रोजेक्ट डायरेक्टर निगार शाजी झारखंड की राजधानी रांची के बीआईटी मेसरा से अपनी पढ़ाई पूरी की है.

बीआईटी मेसरा के इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्यूनिकेशन डिपार्टमेंट का असिस्टेंट प्रोफेसर विशाल साह ने बताया कि निगार ने 1985 से 1987 तक यहां पढ़ाई की है. उन्होंने मास्टर्स इन इंजीनियरिंग (एमई)की पढ़ाई यहां से की है. निगार की सफलता से हम सभी खुश है. उन्होंने देश के साथ इस इंस्टिट्यूट का भी नाम रोशन किया है.

किसान की बेटी है निगार
निगार के बारे में अधिक जानकारी देते हुए बीआईटी मेसरा के पीआरओ मृणाक ने बताया निगार मूल रूप से तमिलनाडु और केरल की सीमा पर स्थित तेनकासी जिले की रहने वाली है. उनके पिता शेख मीरान किसान थे व उनकी मां एक गृहणी है.आज निगार के दो बच्चे है, उनके पति भी वैज्ञानिक है जो दुबई में काम करते हैं. उनका एक बेटा नीदरलैंड में इंजीनियर है. फिलहाल वह बेंगलुरु में अपनी बेटी और मां के साथ रहती है. उनके पिता का 30 साल पहले निधन हो गया था.

उन्होंने आगे बताया निगार की शुरुआती शिक्षा की बात करें तो उन्होंने अपने गांव की ही एसआरएम गवर्नमेंट हाई स्कूल से शुरुआती शिक्षा प्राप्त की. इसके बाद मदुरई कामराज यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन में इंजीनियरिंग में स्नातक की पढ़ाई की. फिर मास्टर इन इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए वह रांची की बीआईटी मेसरा आ गई. यहां से 1987 में पढ़ाई पूरी करने के बाद सीधे इसरो (ISRO) ज्वाइन किया.

कई अहम पदों पर रह चुकी है निगार
प्रोजेक्ट आदित्य एल 1 मिशन के पहले भी निगार कई अहम पदों पर अपना योगदान दे चुकी है. इसरो के सतीश धवन स्पेस सेंटर के कई अहम पदों के अलावा उन्होंने कम्युनिकेशन, सेटेलाइट, डिजाइन और कंट्रोल सिस्टम जैसे विभागों में महत्वपूर्ण पद संभाला है. इसके अलावा नेशनल रिसोर्स मॉनिटरिंग एंड मैनेजमेंट के लिए तैयार किए गए इंडियन रिमोट सेंसिंग सैटेलाइट रिसोर्ससैट 2ए कि वह एसोसिएट प्रोजेक्ट डायरेक्टर रही.

बेंगलुरू स्थित यूआर राव सैटलाइट सेंटर में भी काम किया व इसरो के बेंगलुरू स्थित सैटेलाइट टेलीमेंट्री सेंटर का नेतृत्व कर चुकी है.

Tags: ISRO, Jharkhand news, Local18, Ranchi news

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