नई दिल्ली:
Aditya-L1: भारत अंतरिक्ष के क्षेत्र में आज एक और इतिहास रचने जा रहा है. दरअसल, इसरो का पहला सूर्य मिशन आदित्य एल-1 आज (शनिवार) अपने गंतव्य पर पहुंच जाएगा. जहां से वह सूर्य के रहस्यों को उजागर करेगा. इसरो के मुताबिक, सूर्य मिशन आदित्य एल-1 6 जनवरी की शाम चार बजे सूर्य के लैग्रेंज प्वाइंट-1 पर पहुंचकर स्थापित हो जाएगा. बता दें कि इसरो ने अपने पहले सूर्य मिशन आदित्य एल-1 को पिछले साल 2 सितंबर को लॉन्च किया था.
सूर्य के एल-1 प्वाइंट पर स्थापित होने के बाद आदित्य अगले पांच साल तक काम करेगा. इस दौरान वह सूर्य से महत्वपूर्ण आंकड़े जुटाएगा. सूर्य के लैग्रेंज प्वाइंट-1 के आसपास के क्षेत्र को हेलो ऑर्बिट कहा जाता है. यह स्थान सूर्य और पृथ्वी प्रणाली के बीच मौजूद पांच स्थानों में से एक है. इस स्थान से दोनों पिंडों (पृथ्वी और सूर्य) का गुरुत्वाकर्षण बराबर हो जाता है. जिसके चलते कोई भी वस्तु बीच में लटकी रहती है.
पृथ्वी से 15 लाख किमी दूर है एल-1 प्वाइंट
बता दें कि पृथ्वी से सूर्य की दूरी करीब 15 करोड़ किलोमीटर दूर हैं और सूर्य का लैग्रेंज प्वाइंट-1 धरती से 15 लाख किमी दूर है. यानी आदित्य एल-1 सूर्य की दूरी का सिर्फ एक फीसदी ही तय करेगा और यहां से सूर्य के रहस्यों को जानने की कोशिश करेगा. इसरो के मुताबिक, हेलो ऑर्बिट सूर्य के चारों ओर पृथ्वी के घूमने के साथ-साथ घूमेगा.