पुलिस बनकर साइबर अपराधियों ने ठगे 103 करोड़, एनकाउंटर करने की देते थे धमकी…

ऋतु राज/मुजफ्फरपुर. मुजफ्फरपुर पुलिस ने साइबर फ्रॉड करने वाले एक बड़े गिरोह का खुलासा किया है. इन ठगों ने अबतक विभिन्न लोगों से 103 करोड़ रुपए से ज्यादा की ठगी की है. चौंकाने वाली बात है कि ये लोग पुलिस पदाधिकारी बनकर लोगों को कॉल करते हैं और उन्हें डरा-धमका कर मोटी रकम ऐंठ लेते हैं. मामला पुलिस से जुड़ा हुआ होता है, इसलिए अधिकांश लोग थाने में शिकायत भी नहीं दर्ज कराते हैं. लेकिन इस बार पीड़ित की शिकायत और लोकल 18 बिहार की खबर पर संज्ञान लेते हुए पुलिस ने जाल बिछाकर इस गिरोह के कई अपराधियों को दबोच लिया. अब इनसे गंभीरता से पूछताछ की जा रही है.

SSP राकेश कुमार ने बताया कि साइबर फ्रॉड के मामलों को देखते हुए साइबर डीएसपी सीमा देवी के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई. इस टीम ने छापेमारी कर मोतिहारी, दरभंगा और मुजफ्फरपुर से आधा दर्जन साइबर अपराधियों को दबोचा लिया. इन सभी के तार विदेश से जुड़े हुए हैं. गिरफ्तार अपराधियों की पहचान दरभंगा जिले के अंकित कुमार, दीपक कुमार, रौशन कुमार, मोतिहारी जिले के अरशद आलम, अमजद आलम और मुजफ्फरपुर के साहेबगंज निवासी जितेंद्र कुमार के रूप में की गई है. पुलिस ने इनके पास से चार लैपटॉप, विभिन्न बैंकों के 19 पासबुक, 8 चेकबुक, चार आधार कार्ड, 17 डेबिट कार्ड, पांच पैन कार्ड, 13 ओपनिंग किट, 4 सिम कार्ड और 7 मोबाइल फोन जब्त किए हैं.

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अबतक ठग चुके हैं 103 करोड़ रुपए
SSP ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि इन अपराधियों ने अबतक 103 करोड़ रुपए की ठगी की है. साइबर अपराधियों की टारगेट ज्यादातर महिलाएं होती हैं. ये लोग उन्हें पुलिस बनकर कॉल करते हैं और डरा-धमका कर उनसे रुपए ठग लेते हैं. कुछ दिनों पहले भी शहर के सिकंदरपुर के रहने वाले अंडा कारोबारी राकेश कुमार को इन लोगों ने फर्जी पुलिस बनकर कॉल किया था. उनसे कहा था कि आपका बेटा दुष्कर्म के केस में फंस गया है. लेकिन डीएनए रिपोर्ट में वह निर्दोष है. अगर उसको छुड़ाना चाहते हो, तो 80 हजार रुपए भेजो. हालांकि, राकेश संभल गए और पुलिस में शिकायत कर दी.

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