सत्यम कटियार/फर्रुखाबाद : वैसे हमारे देश मे सैकड़ों तरह के पेड़-पौधे और घास-फूस मौजूद हैं, जिनका औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन कुछ ऐसे भी पौधे हैं, जो हमेशा आंखों के सामने रहते हुए भी नजर नहीं आते हैं. इसका सबसे बड़ा कारण है, उनके बारे में लोगो को ज्यादा पता नहीं होना. हम एक ऐसी औषधि के बारे में बताने जा रहे हैं जो कि शहर से लेकर देहात तक आमतौर पर हर जगह मिलता है. हम बात कर रहे हैं अरंडी के पौधे की. अरंडी चौड़े पत्तों का छोटे कद वाला पौधा होता है, जो प्राकृतिक रुप में जन्म लेता है. हालांकि व्यापारिक तौर पर इसकी खेती भी शुरू हो गई है.
अरंडी का पौधा हर जगह उग आता है. बच्चे इसके बीजों से तरह-तरह के खेल खेलते हैं. अरंडी का तेल कई बीमारियों के इलाज में अचूक दवा है लेकिन, इसके पौधे को दुनिया के सबसे जहरीले कॉमन प्लांट का दर्जा मिला है. इसे जहरीला बनाता है इसमें मौजूद राइसिन नाम का केमिकल. इतना ज्यादा जहरीला होने के बावजूद इससे दवाएं तक बनाई जाती हैं. दरअसल, अरंडी में जहर की सबसे ज्यादा मात्रा इसके बीजों में होती है. अगर इन बीजों को कोई चबा ले या फिर पेट में ये बीज टूट जाएं, तो हालात जानलेवा हो सकते हैं.
पत्ते, बीज, फूल और जड़ सब औषधि
कमालगंज में आयुष चिकित्सा अधिकारी डॉ. धर्मेंद्र सिंह यादव ने बताया कि अरंडी की खेती औषधीय तेल के लिए की जाती है. झाड़ी के रूप में उगने वाला पौधा व्यापारिक तौर पर किसान को अत्याधिक मुनाफा देता है. आयुर्वेद में अरंडी के पत्ते, बीज, फूल और जड़ हर हिस्से का इस्तेमाल दवाओं के तौर पर होता है. अरंडी की जड़ को पानी में उबालकर प्रयोग करने से त्वचा से संबंधित रोगों से छुटकारा मिलता है. साथ ही अरंडी का तेल त्वचा के लिए काफी फायदेमंद होता है. अरंडी का तेल त्वचा संबंधी बीमारियों से लड़ने में प्रभावकारी होता है. इसके इस्तेमाल से मुहांसे, काले दाग-धब्बे दूर होते हैं.
गठिया के इलाज में प्रभावी
डॉ. धर्मेंद्र सिंह यादव ने बताया कि अरंडी के तेल में विटामिन ई पाया जाता है जो बालों की वृद्धि में सहायक होता है. अरंडी के बीज गठिया के इलाज में मदद करते हैं. इसका उपयोग जोड़ों और मांसपेशियों के रोगों को दूर करने के लिए किया जाता है. अरंडी के बीजों में पाए जाने वाले ओलेक एसिड, रिसिनोलेइक एसिड, लिनोलिक एसिड और अन्य फैटी एसिड गठिया से संबंधित बीमारियों के इलाज में बेहद प्रभावी हैं.
पीरियड्स की समस्याओं के लिए रामबाण
डॉ. धर्मेंद्र सिंह यादव ने बताया कि बालों के विकास के लिए अरंडी का तेल फायदेमंद होता है. अरंडी के बीज बालों को जड़ों से पोषण देते हैं, बालों का विकास करते हैं और बालों को मजबूत बनाते हैं. बालों पर अरंडी का तेल लगाने से बाल लंबे, घने और मजबूत बनते हैं. अरंडी के बीज पीरियड्स के दर्द को कम करने में मदद करते हैं. अरंडी के बीज में रिकिनोलेइक एसिड पाया जाता है पीरियड्स के प्रवाह को आसान बनाता है. साथ ही पीरियड्स के दौरान दर्द से राहत दिलाता है. अरंडी के बीज अत्यधिक रक्तस्त्राव से भी बचाते हैं. हालांकि पीरियड्स के दौरान आपको डॉक्टर की सलाह पर ही अरंडी के तेल का इस्तेमाल करना चाहिए.
डॉक्टर की सलाह से करें प्रयोग
डॉ. धर्मेंद्र सिंह यादव ने बताया कि अरंडी के बीज खाने से एलर्जी, बेहोशी, भ्रम जैसी परेशानियां हो सकती हैं. जरूरत से ज्यादा कैस्टर ऑयल यूज करने से दस्त, उल्टी, पेट में मरोड़ हो सकती है. गर्भावस्था में इसके इस्तेमाल से गर्भपात का खतरा बढ़ता है. इसलिए अरंडी के बीज या कैस्टर ऑयल का इस्तेमाल सिर्फ डॉक्टर या वैद्य की सलाह पर ही करें
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FIRST PUBLISHED : March 17, 2024, 17:08 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.