इटावा। समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख महासचिव रामगोपाल यादव ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ जबरदस्त सत्ता विरोधी लहर होने का दावा करते हुए रविवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में यह पार्टी पिछले चुनाव लोकसभा चुनाव के मुकाबले इस बार कम से कम 40 सीटें गंवाने जा रही है। यादव ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा, भाजपा के लोग निरंतर असत्य भाषण देकर जनता को बहकाने का काम कर रहे हैं। जब हम लोगों के बीच जाते हैं तो मालूम पड़ता है कि उत्तर प्रदेश में केंद्र और राज्य दोनों ही सरकारों के खिलाफ जबरदस्त सत्ता विरोधी लहर है।
उन्होंने सपा और कांग्रेस के गठबंधन के आगामी लोकसभा चुनाव में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद जाहिर करते हुए दावा किया, जो गठबंधन है उसकी स्थिति बहुत अच्छी रहेगी और पिछली बार के मुकाबले भाजपा की कम से कम 40 सीटें उत्तर प्रदेश में हम कम करने जा रहे हैं। भाजपा को बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के मुद्दों पर घेरते हुए सपा नेता ने कहा, जितना झूठ हिंदुस्तान की जनता को 24 घंटे परोसा जा रहा है उसकी असलियत सब जान चुके हैं। आप देखिएगा आगामी लोकसभा चुनाव में बहुत चमत्कारिक परिणाम आएंगे।
चुनावी बॉण्ड को लेकर हो रहे खुलासों के बारे में पूछे जाने पर यादव ने इसे ‘बहुत बड़ा घपला’ करार देते हुए कहा, ऐसा मेरे ख्याल से कभी हिंदुस्तान में नहीं हुआ कि लोगों को डरा-धमका कर, छापा डलवा कर धन लिया गया हो। राज्यसभा सदस्य ने कहा, दुनिया का कोई दूसरा देश होता तो अभी तक जो सरकार है, जिसने यह सब किया है वह चली गई होती। यादव ने दावा किया, एक अच्छी बात कही गई कि ‘ए’ ने खरीदा, ‘बी’ को दे दिया। ‘बी’ ने खरीदा, ‘सी’ को दे दिया। ‘सी’ ने ‘डी’ को दे दिया और ‘डी’ ने जाकर बैंक में जमा करके पैसा ले लिया तो जिसने दिया और लिया था वो नाम ही गायब हो गए।
उन्होंने कहा, यह बहुत बड़ा घपला है। जो लोग यह कहते हैं कि हमने भ्रष्टाचार खत्म कर दिया है, इससे बड़ा भ्रष्टाचार तो दुनिया के किसी भी देश में नहीं हुआ। इस मामले में जिसने चंदा दिया, उसे ठेका मिल गया। ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) से छापे पड़वाए। कंपनी ने पैसा दे दिया और जांच खत्म हो गई। यादव ने कहा, वेदांता कंपनी पर ईडी ने छापा मारा। उसने 400 करोड रुपए दे दिये, फिर जांच खत्म हो गई। सबसे ज्यादा चंदा दिया ‘फ्यूचर गेमिंग’ वाली कंपनी ने, जो टनल बनाती है। उसने 1500 करोड रुपए दिए, उसे कश्मीर में और उत्तराखंड में टनल बनाने का काम दे दिया गया। एक नहीं बहुत सी बातें हैं।
चुनाव से कुछ महीने पहले राम मंदिर के उद्घाटन से क्या भाजपा को लाभ होगा, इस सवाल पर यादव ने चुटीले अंदाज में कहा, नहीं नहीं… उन्होंने जल्दी उद्घाटन कर दिया। उद्घाटन अब करना चाहिए था। अब जनता की निगाह में वह मुद्दा नहीं रहा। उन्होंने कहा, जनता पहले से पूजा कर रही है। जनता अब यह सवाल कर रही है कि हम जब से पैदा हुए, जब से समझ आई तब से भगवान राम का नाम ले रहे हैं। तब राम नहीं थे क्या? उन्हें अब ये लोग (भाजपा) लाए हैं? भगवान राम जो कण-कण में विद्यमान हैं उनकी ये लोग (भाजपा) प्राण प्रतिष्ठा करेंगे? क्या उससे पहले कोई है ही नहीं? यह सब जनता समझ चुकी है।
डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।