अमेठी में टोटके के सहारे कांग्रेस!2019 में राहुल की हार की बताई अजीबोगरीब वजह

हाइलाइट्स

नेताओं का कहना है 2019 में पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की हार का कारण एक ‘टोटका’ रहा
यही नहीं गांधी परिवार के लिए इस टोटके को अशुभ बताते हुए कांग्रेस नेता ने इस बार जीत का दावा किया

दिल्ली/अमेठी. कांग्रेस नेता राहुल गांधी के वायनाड से चुनाव लड़ने का एलान हो चुका है. वहीं गांधी परिवार की परंपरागत सीट रही अमेठी पर असमंजस कायम है. इसको लेकर अमेठी के कांग्रेस नेता भी ऊहापोह में हैं. मगर, इन नेताओं का कहना है 2019 में पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की हार का कारण एक ‘टोटका’ रहा, जोकि वह अब खत्म हो चुका है. यही नहीं गांधी परिवार के लिए इस टोटके को अशुभ बताते हुए राहुल के करीबी नेता ने ज्योतिष का भी हवाला दिया.

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के करीबी पूर्व एमएलसी व अमेठी के नेता दीपक सिंह ने कहा कि 2019 में 21 वर्ष बाद कांग्रेस की हार से हम उतने ही दुख हुए, जितना 21 मई को जब राहुल ने 21 वर्ष की उम्र में अपने पिता राजीव गांधी को 1991 में खोया था. ऐसे ही 2019 में अपने नेता (राहुल) को अमेठी से सांसद सदस्य के रूप में खोया.

दीपक सिंह दावा करते हैं कि मुझे मेरे गुरु जी ने बताया था जब राजीव गांधी जी शहीद हुए वह तारीख भी 21 थी. उस वक़्त आपकी (राहुल की) उम्र भी 21 वर्ष थी. अमेठी को राहुल गांधी परिवार मानते हैं, वहां से 1977 में कांग्रेस हारी थी,  फिर 21 वर्ष बाद ही 1998 में कांग्रेस हारी और फिर वही 21 वर्ष बाद 2019 में कांग्रेस को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा. ज्योतिष का हवाला देते हुए दीपक सिंह कहते हैं कि गुरु जी ने कहा कि अब ’21’ वाले इस सारे टोटके का असर भी आपके (राहुल) पराक्रम से खत्म हो गया है, अब कभी भी हार नहीं होगी.

अमेठी में टोटके के सहारे कांग्रेस! राहुल के करीबी नेता ने 2019 में हार की बताई अजीबोगरीब वजह, कहा- अब कभी नहीं हारेंगे

वायनाड से राहुल के लड़ने पर बीजेपी आक्रामक
दरअसल, 2019 में राहुल गान्धी को अमेठी से हार का सामना करना पड़ा. यहां से बीजेपी नेता स्मृति ईरानी ने भगवा फहराया। वहीं 2024 में राहुल के वायनाड से चुनाव लड़ने के एलान होते ही बीजेपी आक्रामक हो गई है. उसके नेता अमेठी के साथ रायबरेली को भी जीतने का दावा कर यूपी से कांग्रेस की सफाई का एलान कर रहे हैं. ऐसे में कांग्रेस नेता भी असमंजस में हैं. उनका मानना है कि अमेठी से राहुल और रायबरेली से प्रियंका के चुनाव लड़ने से पूरे प्रदेश के कांग्रेस कार्यकर्ताओं को ऊर्जा मिलेगी, जोकि गठबन्धन के जरिये मैदान में उतरी पार्टी के लिए हितकर साबित होगा.

Tags: Amethi news, Loksabha Election 2024

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