सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस में हार्ट अटैक से महिला यात्री कोचम्मा (65) की गुरुवार देर रात गाजीपुर स्टेशन के पास मौत हो गई। ट्रेन के कैंट स्टेशन पहुंचने पर आरपीएफ और जीआरपी ने शव का पंचनामा किया और परिजन शव लेकर बंगलूरू रवाना हो गए। वहीं, परिजनों ने रेलवे बोर्ड और प्रधानमंत्री को ट्वीट कर बेहतर उपचार न मिलने की शिकायत दर्ज कराई है।
कोचम्मा अपने परिजनों के साथ काशी दर्शन के लिए जयनगर स्टेशन से स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस के एस-1 में सवार हुई। उनके साथ पुत्र वेंकट नारायणा, बहू और पोती भी थे। छपरा रेलवे स्टेशन पर ट्रेन रुकने के बाद महिला की हालत बिगड़ी। बेटे ने 139 पर कॉल किया, लेकिन कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला। इसके बाद रेल मंत्रालय को ट्वीट के बाद बीमार महिला यात्री के परिजन के पास टीटीई पहुंचे और हालत जानी।
पुत्र वेंकटा नारायणा ने बताया कि उनकी मां का हृदय रोग का इलाज चल रहा था, वर्तमान में उन्हें हार्ट अटैक आया। इसके करीब दो घंटे बाद ट्रेन के बलिया जंक्शन पहुंचने पर जिला अस्पताल की टीम पहुंची और जांच के बाद हायर सेंटर में एडमिट करने की सलाह दी।
जिला अस्पताल की टीम ने प्राथमिक उपचार किया। ट्रेन वाराणसी के लिए रवाना हो गई। गाजीपुर से आगे आने पर महिला अचेतावस्था में चली गई और दम तोड़ दिया। वाराणसी पहुंचने पर शव को ट्रेन से उतारा गया।
काशी समेत तीर्थ यात्रा पर निकली थी महिला
कोचम्मा अपने परिवार के साथ तीन महीने पूर्व तीर्थ यात्रा पर बंगलूरू से निकली थी। यात्रा में वृंदावन, कामाख्या, अयोध्या, काठमांडू पशुपतिनाथ, जनकपुर के बाद काशी विश्वनाथ दर्शन शामिल था। उनके बेटे ने बताया कि काशी विश्वनाथ के बाद वापस घर जाने की तैयारी थी, लेकिन उनका दर्शन अधूरा रह गया। बेटे ने पीएम से रेल में मेडिकल सुविधा की मांग की है।