
Creative Common
कश्मीर राग पाकिस्तानी सेना का एजेंडा है इसलिए खिचड़ी सरकार के मुखिया और सेना के प्यादे शहबाज शरीफ भी वही बोल रहे हैं जो पाकिस्तानी फौज चाह रही है। शहबाज शरीफ की सोच कटोरा लेकर भीख मांगने से ज्यादा कुछ नहीं है।
पाकिस्तान में नई सरकार बनी है और नए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शपथ भी ले ली है। लेकिन पाकिस्तान में नया कुछ नहीं है। शहबाज शरीफ तो पाकिस्तानी फौज का ही मोहरा हैं और वही कर रहे हैं जो मुनीर चाहते हैं। फौजी सरकार के इशारे पर ही शहबाज शरीफ ने कश्मीर पर एक बार फिर जहर उगला है। मगर उनका ये दांव उल्टा पड़ता नजर आ रहा है। शरीफ ने शराफत का चोला उतार कर नेशनल असेंबली में कश्मीर पर जहर उगला। शहबाज शरीफ ने कश्मीर मुद्दे का जिक्र किया और उसी भाषण में देश में गंभीर आर्थिक संकट के बारे में भी बात की। उन्होंने अपने देश की संसद से कश्मीरियों और फ़िलिस्तीनियों की आज़ादी पर एक प्रस्ताव पारित करने की अपील की। शरीफ ने कहा कि उन्होंने कहा कि आइए सब एक साथ आएं और नेशनल असेंबली को कश्मीरियों और फिलिस्तीनियों की आजादी के लिए एक प्रस्ताव पारित करना चाहिए।
कश्मीर राग पाकिस्तानी सेना का एजेंडा है इसलिए खिचड़ी सरकार के मुखिया और सेना के प्यादे शहबाज शरीफ भी वही बोल रहे हैं जो पाकिस्तानी फौज चाह रही है। शहबाज शरीफ की सोच कटोरा लेकर भीख मांगने से ज्यादा कुछ नहीं है। इसलिए पीएम बनते ही कश्मीर राग के जरिए उन्होंने पाकिस्तानी जनता का ध्यान बांटने की कोशिश की। लेकिन पीओके की आवाम ने शहबाज के झूठ की पोल खोलकर रख दी। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री का झूठ चंद घंटों में ही बेनकाब हो गया। मगर उनके जहरीले इरादे कुछ और ही हैं। शहबाज शरीफ ने कंगाल पाकिस्तान को आजाद कश्मीर का ऐसा सपना दिखाया जो सपनों में भी साकार नहीं हो सकता। कश्मीर पर प्रस्ताव की बात करने वाले शहबाज ये भूल गए कि पहले भी दुनिया ने पाकिस्तान का झूठ देखा है। ऐसे में अब कठपूतली सरकार में भी जो वो कह रहे हैं उसका कोई असर नहीं होने वाला है।
अन्य न्यूज़