उधव कृष्ण/पटना. महिला विकास निगम द्वारा प्रदेश भर के थानों में महिला विशेष कोषांग के लिए 213 काउंसलर की नियुक्ति के लिए 16 मई 2022 को विज्ञापन निकाला गया था. इसके लिए 27 नवंबर 2022 को लिखित परीक्षा ली गई और 16 जनवरी 2023 को इस परीक्षा में सफल 600 अभ्यर्थियों के बीच ग्रुप डिस्कशन कराकर उनका इंटरव्यू भी किया गया. इसके बाद 19 मई 2023 को परीक्षाफल प्रकाशित किया गया, जिसमें 212 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया. 16 मई 2023 को सफल अभ्यर्थियों के मूल प्रमाणपत्र का सत्यापन भी कर लिया गया, लेकिन जब नियुक्ति पत्र देने की बारी आई तो वैकेंसी को ही रद्द कर दी गई.
6 महीने से अभ्यर्थी निगम के एमडी कार्यालय से लेकर मंत्री तक का चक्कर लगा रहे हैं. बीते शुक्रवार को सुषमा, गुंजन, नेहा, निधि, अंजू आदि अभ्यर्थियों ने निगम कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया. अभ्यर्थी निशा ने बताया कि शुक्रवार को विभागीय मंत्री श्रवण कुमार और मुख्य सचिव आमिर सुबहानी को भी ज्ञापन सौंपा और बहाल कराने का आग्रह किया.
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क्यों नहीं हो रही नियुक्ति
महिला विकास निगम की एमडी वंदना प्रेयसी ने बताया कि महिला अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र नहीं दिया गया था. इस पर उच्चस्तरीय निर्णय हुआ था, जिसके बाद प्रक्रिया रोकनी पड़ी है. अब पूरे बिहार में नियुक्ति के लिए आगे प्रक्रिया होगी. जब फिर से नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होगी, तो इन पर भी विचार किया जाएगा.
नियुक्ति नहीं होने से टूट गई शादी
पटना की अंजू देवी और गुंजा कुमारी सहित कई ऐसी अभ्यर्थी हैं, जिनकी सरकारी नौकरी की उम्र सीमा अब खत्म हो गई है. नौकरी नहीं लगने के कारण कई लड़कियों की शादी तक टूट गई.
पायलट प्रोजेक्ट था महिला काउंसलर का पद
साल 2014 में पायलट प्रोजेक्ट के तहत पटना जिले के 23 थानों में महिला विशेष कोषांग का गठन किया गया था. अभी इनमें से करीब आधे थानों में महिला काउंसलर के पद खाली ही हैं.
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FIRST PUBLISHED : February 24, 2024, 21:31 IST