यह स्याही मतदाता की बायीं तर्जनी पर गहरा बैंगनी निशान छोड़ती है। कर्नाटक सरकार का यह उपक्रम 1962 से केवल चुनाव आयोग के लिए स्याही का निर्माण कर रहा है। यह स्याही किसी व्यक्ति की बायीं तर्जनी पर इस बात के प्रमाण के रूप में लगाई जाती है कि उसने मतदान किया है।
नयी दिल्ली। मैसूर पेंट्स एंड वार्निश लिमिटेड को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए विभिन्न राज्यों में अमिट स्याही की 26 लाख से अधिक शीशियां उपलब्ध कराने का काम सौंपा गया है। यह स्याही मतदाता की बायीं तर्जनी पर गहरा बैंगनी निशान छोड़ती है। कर्नाटक सरकार का यह उपक्रम 1962 से केवल चुनाव आयोग के लिए स्याही का निर्माण कर रहा है। यह स्याही किसी व्यक्ति की बायीं तर्जनी पर इस बात के प्रमाण के रूप में लगाई जाती है कि उसने मतदान किया है।
मैसूर पेंट्स एंड वार्निश लिमिटेड के प्रबंध निदेशक के. मोहम्मद इरफान ने बताया, हमारा कुल ऑर्डर स्याही की लगभग 26.5 लाख शीशियों का है। आज तक, कुल ऑर्डर का लगभग 60 प्रतिशत राज्यों को भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि लगभग 24 राज्यों को उनके हिस्से की स्याही उपलब्ध करा दी गई है। इरफान ने कहा कि शेष ऑर्डर 20 मार्च के आसपास पूरा कर लिया जाएगा। स्याही की 10 मिलीलीटर की शीशी का इस्तेमाल लगभग 700 लोगों की उंगलियों पर निशान लगाने के लिए किया जा सकता है। एक मतदान केंद्र पर करीब 1200 मतदाता होते हैं।
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