विक्रम कुमार झा/पूर्णिया. खेती सफल हो जाए तो फायदा ही फायदा और असफल हो जाए तो नुकसान ही नुकसान. पूर्णिया के इस युवा किसान के साथ ही ऐसा हुआ. पहले आलू की खेती से लगातार 4 साल नुकसान हुआ. इससे काफी मानसिक तनाव हुआ है. फिर इन्होंने दोबारा प्रयास किया और ड्रैगन फ्रूट की खेती से शुरुआत की. अभी दो एकड़ में 3500 पौधा लगाए हैं. इससे आने वाले 25 साल तक इनको फल मिलेंगे.
मंतोष कुमार दास ने कहा कि ग्रेजुएशन की पढ़ाई के बाद घर की जिम्मेदारी संभाली. कुछ दिन बाद ही पिता का निधन हो गया. पिछले 4 साल से लगातार पारंपरिक खेती में मक्का और आलू ही लगाया. लेकिन आलू की खेती में बार-बार घाटा लग जाने के कारण वह काफी निराश हो गए. इसके बाद मानसिक परेशान रहने लगा. इसके बाद पारंपरिक खेती को तौबा की.
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एक बार लगात, 25 साल तक होगा मुनाफा
मंतोष कुमार दास कहते हैं कि आलू की खेती में जब घटा हुआ तो कोई चारा नहीं दिख रहा था. इसके बाद मेरी दुकान पर आए फल विक्रेता राकेश से संपर्क किया. उन्होंने ड्रैगन फ्रूट की खेती करने की सलाह दी. य मंतोष बताते हैं कि वह फल की दुकान पर आए और फल विक्रेता से मिले. उनसे ड्रैगन फ्रूट लगाने के तौर तरीके को जाना. मैं पिछले कई साल से यूट्यूब के माध्यम से ड्रैगन फ्रूट की खेती करना चाह रहा था, लेकिन उन्हें कोई अच्छा सोर्स नहीं मिल पाने के कारण शुरू नहीं कर पाया.
पूरी तरह से कर रहे हैं जैविक खेती
मंतोष कुमार दास कहते हैं कि जब ड्रैगन फ्रूट की खेती की सारी जानकारी इकट्ठा की. इसके बाद बीज की उपलब्धता होने पर दो एकड़ खेत में 3500 से अधिक ड्रैगन फ्रूट के पौधे लगाए. अभी चार-पांच महीना ही हुए हैं. लेकिन आने वाले कुछ समय में यह पौधा मेरे लिए एटीएम बन जाएगा. अब यह ड्रैगन फ्रूट आने वाले 25 साल तक मुझे पैसा देता रहेगा. 25 साल तक इससे अच्छा मुनाफा कमा पाएंगे.
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FIRST PUBLISHED : February 19, 2024, 14:14 IST