कभी दाने-दाने को थी मोहताज… फिर महिला ने इस तकनीक से की खेती, अब छप्परफाड़ हो रही कमाई

नीरज कुमार/बेगूसराय. बिहार के बेगूसराय के सुदूर ग्रामीण इलाके के रहने वाली मीना की कहानी उन महिलाओं के लिए प्रेरणादायक हो सकती है, जो कुछ करना चाहती है. जिनके पास कुछ नहीं पर हौसला है वो कामयाब हो सकती है. उन सभी महिलाओं को एक बार मीना की कहानी जरुर पढ़नी चाहिए. बता दें कि कभी घर छोड़कर शहरों में मजदूरी कर दो वक्त की रोटी के लिए मीना को काफी मशक्कत करनी पड़ती थी. आज वहीं मीना किराए की खेती से लाखों रुपये की कमाई कर रही हैं. आइए जानते हैं उनकी पूरी कहानी.

बेगूसराय के गढ़पुरा प्रखंड स्थित बरियारपुर गांव के रामाशीष महतों की पत्नी मीना देवी ने लोकल 18 से बातचीत में बताया मेरे पास जमीन नहीं है. ससुर छोटे स्तर पर सब्ज़ी की खेती कर कुछ ख़ास नहीं कर पाएं. लेकिन सब्जी में मोटी आमदनी होने की बात बताया करते थे. ऐसे में मीना ने आगे बताया कि गांव के ही जमींदारों से 50 हज़ार में 5 टुकड़ों में कुल 2 बीघा जमीन लीज पर लेकर खेती शुरु कर दी. शुरूआत के दिनों में ही शासन की योजनाओं का लाभ लेकर अपनें खेतों में ड्रिप इरिगेशन तकनिक लगाया. जिससे सभी टुकड़ों में पटवन में लागत न के बराबर हो गई. फिर अपने सभी खेतों में 3 से चार प्रकार की सब्ज़ी की खेती एक साथ शुरु कर दी.

15 कट्ठा से शुरू की थी खेती
पहले के 16 कट्ठा के टुकड़ा में नीचे ओल, फिर ऊपर पपीता और मिर्च अपने लगाई. नीचे में ओल तो लगा ही दिया लेकिन ऊपर समय की जरुरत के अनुसार सीजन में मोटी आमदनी वाली सब्ज़ी को लगाते रहती है. सीजन में तीन लाख ओल और पपीता से कमाई होती है. सब्जी से 2 लाख सालाना कमाई होती है. मीना देवी ने बताया जिविका महिला समूह से 30 हजार रुपये तो कभी 50 हज़ार लोन लेने के बाद अपने 2 बीघा यानी 40 कट्ठे की जमीन में सब्जी की खेती कर रही है, लेकिन पहली बार 15 कट्ठा से खेती शुरू की थी.

जानिए सफलता का ट्रिक
आज तीन साल बाद 40 कट्ठा पर पहुंच गया. आगे इन्होने बताया छोटे ठेला वाला सहित कई सब्ज़ी कारोबारी यहां से हर दो से तीन दिन पर सब्जी बिक्री करने के लिए लेकर जाते हैं. सब्जियों का उत्पादन भी बेहतर हो रहा है. उन्होंने बताया कि सिर्फ दो प्रकार की गोभी, टमाटर, मिर्च , धनिया आदि को बेचकर 3 से 5 हजार तक की कमाई हो जाती है. जबकि पपीता और आलू को साल में एक बार बेचकर घर निर्माण का कार्य, जमीन खरीदने या फिर बेटी की शादी के लिए मोटी आमदनी का उपयोग कर सकते हैं. अब मीना देवी को घर की जरूरतों को पूरा करने के लिए किसी का मुंह नहीं ताकना पड़ता .वह सब्जी की खेती को आगे बढ़ाना चाहती हैं, ताकि आमदनी को और बढ़ाया जा सकें.

Tags: Begusarai news, Farming, Local18

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