विक्रम कुमार झा/पूर्णिया:- चंपारण का हांडी मटन काफी फेमस है. यह अब बिहार ही नहीं, पूरे देश में एक ब्रांड बन चुका है. ऐसे में लोगों को चंपारण का हांडी मटन खूब पसंद आता हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि चंपारण के हांडी मटन पर पूर्णिया का लेलहा चिकन और मटन भारी पड़ रहा है. हम ऐसा इसलिए बता रहे हैं, क्योंकि यहां इस दुकान पर आने वाले ग्राहक कहते हैं कि लेलहा चिकन-मटन के सामने चंपारण का हांडी मटन फेल है. पूर्णिया NH-31 के किनारे कोल्ड स्टोरेज के सामने लेलहा चिकन मटन की दुकान है. पिछले कई सालों से यह दुकान इसी जगह पर चलती है. वहीं दुकान के मालिक मोहम्मद नासिर कहते हैं कि लेलहा चिकन और मटन ग्राहकों को काफी पसंद आता है.
चंपारण छोड़िये लेलहा का लीजिए स्वाद
उन्होंने कहा कि यह दुकान नेशनल हाईवे के पास होने के कारण दूर-दूर जाने वाली गाड़ियों से भी लोग रुककर चिकन और मटन का स्वाद लेते हैं. वह अपने इस दुकान में रोजाना 30 से 35 किलो तक चिकन मटन की खपत कर लेते हैं. हालांकि पर्व त्यौहार आने से खपत कम हो जाती है. रोजाना अपनी दुकान वह दिन के 10:00 से लेकर रात के 9:00 बजे तक खोलते हैं.लेकिन दोपहर के 1:00 से ग्राहकों को चिकन और मटन का स्वाद खिलाते हैं. उन्होंने कहा कि वह 80 रुपए प्रति प्लेट लेलहा चिकन खिलाते हैं और 120 रुपए प्रति प्लेट लेलहा मटन खिलाते हैं. किसी भी ग्राहक को सिर्फ मीट और चिकन के ही पैसे देने होते हैं, जबकि चावल भर पेट मुफ्त खिलाया जाता है.
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चिकन और मटन खाने आए ग्राहक अखिलेश कुमार, मो.बसीर मो.राशिद एवं अन्य ग्राहक ने कहा कि यहां के चिकन और मटन स्वाद काफी लाजवाब होता है. इस कारण यह सभी ग्राहक नियमित तौर से कहीं भी भूख लगने पर भूख बर्दाश्त करके दुकान पर स्वाद लेने जरूर आते हैं.
ऐसे बनता है लेलहा चिकन और मटन
कारीगर नईम ने कहा कि वह बाजार से चिकन और मटन की खरीदारी करके दुकान पर लाते हैं. फिर उसे पूरी तरह साफ करके बनाने की प्रक्रिया में जुट जाते हैं. सबसे पहले वह कढ़ाई डालकर गर्म तेल कर बाकी अन्य कई घरेलू मसाले को मिलाकर घंटों पकाते हैं. फिर चूल्हे की आग में पकाने के बाद वह पूरी तरह तैयार हो जाता है और फिर ग्राहकों के सामने पेश करते हैं.
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FIRST PUBLISHED : February 2, 2024, 21:31 IST