सिमरनजीत सिंह/शाहजहांपुर: मुझे अपना सूरज खुद बनना है और खुद ही रोशन होना है.कवि की इन्हीं लाइनों से प्रेरणा लेकर शाहजहांपुर में रहने वाला सचिन नाम का युवक सब्जी का ठेला लगाकर अपना और अपनी तीन बहनों की पढ़ाई का खर्च उठा रहा है. सचिन का सपना है कि वह पुलिस अधिकारी बनेगा. परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी न होने की वजह से सचिन ठेला लगाकर पढ़ाई का खर्च पूरा कर रहा है.
शाहजहांपुर के सुभाष नगर इलाके का रहने वाला सचिन जो कि शहर के ही एक इंटर कॉलेज में 11वीं का छात्र है. सचिन के परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है. इसके चलते उनके पिता सब्जी का ठेला लगाकर जैसे-तैसे परिवार का भरण पोषण कर रहे थे. लेकिन सचिन और उसकी तीन बहनें कॉलेज में पढ़ती हैं. तो अकेला पिता चार बच्चों की पढ़ाई का खर्च पूरा करने में असमर्थ है. इसलिए सचिन ने भी अलग से सब्जी का ठेला लगाना शुरू कर दिया.
बहनों और अपनी पढ़ाई के लिए लगाता है सब्जी का ठेला
सचिन के पिता तो वर्षों से सब्जी बेचने का काम करते चले आ रहे हैं. लेकिन पिछले 2 सालों से सचिन भी कॉलेज से लौटने के बाद ठेले पर सब्जी बेचने का काम करते है. सचिन ने बताया कि वह सुबह उठकर सबसे पहले अपने घर से करीब 5 किलोमीटर दूर सब्जी मंडी से सब्जी खरीद कर लेकर आता है. उसके बाद वह कॉलेज चला जाता है. दोपहर में कॉलेज से घर लौटने के बाद खाना खाता है और फिर ठेले पर सब्जी रखकर बचने के लिए निकल जाता है. देर शाम तक शहर की गली मोहल्लों में जाकर सब्जी बेचता है.
पुलिस अधिकारी बनकर देश की सेवा करने का चाह
सचिन ने बताया कि वह रोजाना 1,000 रुपये से 1,500 रुपये तक की की सब्जी बेच लेता है. इससे उसको रोजाना 300 रुपये की कमाई हो जाती है. महीने में 8 से 10 हजार रुपये की कमाई हो जाने से वह तीन बहनों और अपनी पढ़ाई का खर्चा पूरा कर लेता है. सचिन का सपना है कि वह अपनी पढ़ाई पूरी कर पुलिस अधिकारी बनेगा.
काम छोटा या बड़ा नहीं, सोच बड़ी रखो
सचिन का कहना है कि कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता. जरूरी है आपकी सोच बड़ी हो. अगर अपने सपनों को पूरा करना है तो अपना शत प्रतिशत प्रयास करें. सफलता आपके कदम चूमेगी. सचिन जी तोड़ मेहनत कर अपनी पढ़ाई भी कर रहे है और अपनी बहनों को भी उच्च शिक्षा दिलवाकर उन्हें पुलिस अधिकारी बनाएंगे.