अयोध्या के भव्य राम मंदिर के गर्भ ग्रह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने में कुछ ही घंटे का समय शेष बचा है। प्राण प्रतिष्ठा समारोह को देखने के लिए सभी राम भक्त बेहद उत्सुक है। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद अगले दिन यानी 23 जनवरी से आम भक्तों के लिए राम मंदिर में दर्शन खुलेंगे।
राम मंदिर में एंट्री करने के दौरान कोई भी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट मंदिर परिसर में नहीं ले जाया जा सकेगा। इसमें इलेक्ट्रॉनिक गाड़ी की चाबी, मोबाइल और ईयरफोन समेत कई इलेक्ट्रॉनिक चीज शामिल है। मंदिर परिसर में पर्स और बैग ले जाना भी अलाउड नहीं होगा।
वही 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह को देखते हुए सभी मेहमानों को मंदिर में एंट्री सुबह 11 बजे से पहले ही दे दी जाएगी। मेहमानों के साथ है सुरक्षा कर्मियों को भी मंदिर परिसर में जाने की अनुमति नहीं होगी। प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर किसी तरह का ड्रेस कोड लागू नहीं किया गया है। हालांकि इस दौरान पारंपरिक परिधान ही पहनना उचित होगा। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में पुरुष धोती कुर्ता या कुर्ता पायजामा पहन सकते है। महिलाएं साड़ी या सूट पहन सकती है।
सजाई गई है अयोध्या नगरी
पूरा शहर धार्मिक उत्साह से सराबोर है। उपरिगामी सेतु (फ्लाईओवर) पर स्ट्रीटलाइट्स को भगवान राम की कलाकृतियों के साथ-साथ धनुष और तीर के कटआउट से सजाया गया है और सजावटी लैंपपोस्ट पारंपरिक रामानंदी तिलक पर आधारित डिजाइन वाले हैं। अयोध्या में जगह-जगह रामलीलाएं, भागवत कथाएं, भजन संध्याएं और सांस्कृतिक कार्यक्रम चल रहे हैं। अयोध्या को फूलों से सजाया गया है। रविवार को लाउडस्पीकर पर राम धुन बजाई गई और शहरवासी भगवान राम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान के रूप में सजे हुए सड़कों पर निकले और उनके पीछे-पीछे मंत्रमुग्ध भक्त भी शामिल हुए। पुष्पों की सजावट और रोशनी में जय श्री राम का चित्रण करने वाले औपचारिक द्वार शहर की आभा को बढ़ा रहे हैं। प्राण प्रतिष्ठा का जश्न भारत के साथ-साथ 60 अन्य देशों में भी मनाए जाने की तैयारी है।