Health Tips: नाश्ते में चाय के साथ खाते हैं पराठा, तो पहले जान लें इसके नुकसान

ठंड का मौसम हो तो सुबह नाश्ते में चाय पराठा खाने का अपना अलग ही मजा होता है। अमूमन इस मौसम में अधिकतर भारतीय घरों में सुबह-सुबह चाय और पराठा ही बनता है। आपने भी ठंड में चाय और पराठा खाया होगा या फिर छुट्टी के दिन नाश्ते का यही प्लॉन होता होगा। टेस्ट के मामले में चाय के साथ पराठे का कॉम्बिनेशन बेस्ट माना जाता है। लेकिन वास्तव में यह हेल्थ के लिए उतना अच्छा ऑप्शन नहीं है। अगर आप ब्रेकफास्ट में इन दोनों को खाते हैं तो इससे आपकी सेहत को काफी नुकसान हो सकता है। तो चलिए जानते हैं कि ब्रेकफास्ट में चाय और पराठा एक साथ खाने के क्या नुकसान हैं-

नहीं मिलते पोषक तत्व

ठंड के दिनों में हम सभी कई तरह के पराठे बनाते हैं। हरी पत्तेदार सब्जियों से लेकर मिक्स वेज पराठा खाना इस मौसम में बेहद ही आम है। लेकिन अगर आप नाश्ते में पराठे के साथ चाय लेते हैं तो इससे आपको पराठे से मिलने वाले पोषक तत्व सही ढंग से नहीं मिल पाते हैं। दरअसल, चाय में मौजूद टैनिन आयरन के अवशोषण में बाधा उत्पन्न कर सकता है। जिससे आप हेल्दी फूड या हरी पत्तेदार सब्जियां खाने के बाद भी उसका लाभ नहीं उठा पाते।

पाचन तंत्र पर असर

अगर आपको नाश्ते में चाय के साथ पराठा खाने की आदत है तो इससे आपके पाचन तंत्र पर भी नेगेटिव असर पड़ सकता है। दरअसल पराठा को घी या तेल में बनाया जाता है और वह काफी हैवी होते हैं। जिसके कारण आपको पराठा खाने के बाद पाचन संबंधी असुविधा या सूजन का अनुभव हो सकता है। इसके साथ चाय का कॉम्बिनेशन स्थिति को बद से बदतर बना सकता है।

ब्लड शुगर लेवल पर नेगेटिव असर

पराठे गेहूं के आटे से बनाए जाते हैं और इसकी स्टफिंग में कार्बोहाइड्रेट हो सकते हैं। रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट से भरपूर नाश्ता करने से आपके ब्लड शुगर लेवर तेजी से बढ़ सकता है। इसलिए, अगर आपको डायबिटीज है या फिर आपको अपने ब्लड शुगर लेवल को मैनेज करना होता है तो ऐसे में आपको अपने कार्ब्स इनटेक का खास ख्याल रखना चाहिए।

कैफीन सेंसेटिविटी

पराठे को चाय के साथ लेने से कैफीन सेंसेटिविटी बढ़ सकती है। दरअसल, चाय में कैफीन होता है, जो कुछ लोगों के लिए परेशानी खड़ी कर सकता है। अत्यधिक कैफीन के सेवन से घबराहट, हार्ट रेट का बढ़ना या फिर सोने में कठिनाई जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

– मिताली जैन

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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