नई दिल्ली:
Kuno National Park MP: मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में एक और चीते की मौत हो गई. इसी के साथ श्योपुर जिले में स्थित कूनो राष्ट्रीय उद्यान में मरने वाले चीतों की संख्या 10 हो गई. जानकारी के मुताबिक, मंगलवार को कूनो में एक और नर चीते की मौत हो गई. इस चीते का नाम शौर्य था. लायन प्रोजेक्ट के निदेशक ने जानकारी दी कि नामीबिया से लाए गए चीतों में से शौर्य ने दोपहर 3.17 बजे दम तोड़ दिया. उसे बेहोशी की हालत में मिला था. इसके बाद मॉनिटरिंग टीम ने उसे ट्रैंकुलाइज कर सीपीआर दिया गया, लेकर उसकी जान नहीं बची. अब चीते की मौत की वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगी.
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सूत्रों के मुताबिक, चीता बेहद कमजोर हो गया था उसे कुछ समय के लिए होश आया, लेकिन बाद में उसने दम तोड़ दिया. एमपी के कूनो पार्क में अब तक 10 शावक और चीतों की मौत हो चुकी है. बता दें कि केंद्र सरकार चीतों के पुनर्वास की लगतारा कोशिश कर रही है. इसी के तहत मोदी सरकार दक्षिण अफ्रीका से 12 और नामीबिया से 8 चीते भारत लेकर आई थी. नामीबिया से सितंबर 2022 में चीतों को भारत लाया गया था. पीएम मोदी ने इन चीतों को जंगल में छोड़ा था. चीतों की लगातार हो रही मौत से सरकार के प्रयासों को बड़ा झटका लगा है.
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कूनों में मरने वाले 10 चीतों में 3 शावक भी शामिल
बता दें कि मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से कुल 20 चीते लाए गए थे. इनमें से 7 चीता और 3 शावकों की अब तक मौत हो चुकी है. इनमें से मादा चीता ज्वाला ने 4 शावकों को जन्म भी दिया था. वहीं पिछले साल 26 मार्च साशा नाम की मादा चीता ने दम तोड़ दिया था. उसे किडनी इंफेक्शन हो गया था. उसके बाद 23 अप्रैल 2023 को उदय नाम के नर चीता की मौत हो गई.
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जबकि 9 मई को दक्षा नाम की मादा चीता ने भी दम तोड़ दिया. इस मादा चीता को नर चीतों ने बुरी तरह से जख्मी कर दिया था. वहीं 23 मई को मादा चीता के 4 शावकों में से एक की मौत हो गई. जबकि 25 मई को दो अन्य शावकों ने दम तोड़ दिया. इसके बाद 11 जुलाई को तेजस नाम का एक चीता एक अन्य चीते के साथ भिड़ गया जिससे उसकी मौत हो गई. पिछले साल 2 अगस्त एक अन्य चीता मौत का शिकार हो गया और अब यानी 16 जनवरी को शौर्य नाम का चीता भी मौत का शिकार हो गया.