गौरव सिंह/भोजपुर : बिहार के आरा में एक किसान परंपरागत खेती और उसके नुकसान से परेशान कुछ अलग करने की सोचा. इसके बाद उन्हें किसी से सलाह लेकर केले की बागवानी शुरू की.आज के समय में वो 6 बीघा में केला के बागवानी से साल का 8-9 लाख रुपया की कमाई कर रहे हैं.
जगदीशपुर प्रखंड के हरदिया गांव के पढ़े-लिखे किसान शशि भूषण सिंह के द्वारा परंपरागत खेती में धान, गेहूं की खेती छोड़कर बागवानी शुरू कर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. 2022 में उन्होंने 20कट्ठे से केले की एकीकृत बागवानी शुरू की थी. केला की बागवानी से न सिर्फ इनकी आर्थिक स्थिति सुधरी है, बल्कि उपज भी बेहतर हो रहा है.
धीरे-धीरे केले की बागवानी में बढ़ाया हाथ
खेत की देखरेख कर रहे सहयोगी किसान राम शरण सिंह ने बताया किशशि भूषण सिंह ने केले की बागबानी को धीरे-धीरे आगे बढ़ाना शुरू कर दिया. वर्तमान समय में 6 बीघा में केला की बागवानी कर रहे हैं. शशि भूषण सिंह ने बताया कि केले की बागवानी की शुरुआत 2022 से हुई. तब सरकारी योजना का लाभ लेते हुए 10 रुपया पीस G9 केला का 1800 पौधे लगाए थे.
पहली बार एक बीघा में अच्छा मुनाफा हुआ तो दूसरे बार बड़े पैमाने पर केला की बागवानी की. खास बात है कि इतने बड़े पैमाने पर खेती करने के लिए दुबारा पौधा भी नहीं खरीदना पड़ा, क्योंकि पहली बार जो केला का पौधा लगाएं थे, उसके नीचे खुद पौधा निकलने लगता है. वहीं पौधा का इस्तेमाल कर 6 बीघा में लगाय़ा. पौधा पूरी तरह से तैयार है. फल भी आने लगा है.अनुमानित लाभ इस बार 8 से 9 लाख होने वाली है.
एक बीघा में 1.40 लाख का मुनाफा
पिछली बार एक बीघा में बागवानी में लगभग 1.40 लाख का मुनाफा हुआ था. उस समय एक बीघा में बहुत अच्छा फल आया था. जिसके बाद हमने सोचा कि परंपरागत खेती छोड़ कर केला की बागवानी ही कि जाय. अब आसपास के कई किसान भी पूछने आते हैं कि केला की बागवानी कैसे किया जाय. कैसे मुनाफा कमाया जाय. केला की बागवानी में नुकसान का गुंजाइश बहुत कम और मेहनत भी ज्यादा नहीं है. पूरे साल में 4-5 बार पटवन एक या दो बार खाद और एक या दो बार ही केला के जड़ की खुदाई की जाती है.
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FIRST PUBLISHED : January 12, 2024, 18:13 IST