उन्होंने कहा, ‘‘मेरी दौड़ का मकसद युवाओं को यह संदेश देना है कि वे भगवान राम के दिखाए मार्ग पर चलकर धैर्य और संयम से जीवन व्यतीत करे। आजकल कई मामलों में देखा जा रहा है कि युवा पीढ़ी के लोग छोटी-छोटी बातों पर या तो आपा खो देते हैं या अवसाद में चले जाते हैं।’’ जोशी ने बताया कि इंदौर से अयोध्या तक के रास्ते में उनके साथ सात लोगों का दल गाड़ियों से चलेगा और एक एंबुलेंस भी रहेगी।
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