सिमरनजीत सिंह/शाहजहांपुर: पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के बाद मैदानी इलाकों में भी तापमान में भारी गिरावट आई है. जिसकी वजह से आम जनजीवन तो अस्त व्यस्त हुआ ही है. वही ठंड का प्रभाव फसलों पर भी देखने को मिल रहा है. खासकर सब्जियां को ठंड से ज्यादा नुकसान हो रहा है. ऐसे में कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर किसान कुछ सावधानियां बरत लें तो सब्जियों को ठंड से होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है.
उद्यान वैज्ञानिक डॉ महेश कुमार की मौजूदा वक्त में तापमान 6 से 7 डिग्री पर टिका हुआ है. गिरते तापमान से सब्जियों के पौधों का विकास रुक जाता है. ऐसे में सबसे ज्यादा जरूरी है कि सब्जियों को समय-समय पर पानी देते रहें ताकि तापमान में कुछ बढ़ोतरी हो. पौधे बड़वार भी करेंगे और उनमें फल भी आएगा. इसके अलावा 50 ग्राम सल्फर प्रति टंकी (करीब 16 लीटर) के हिसाब से स्प्रे कर दें. जिससे से पौधों को गर्मी मिलेगी और पौधे अच्छी तरह से बढ़वार कर पाएंगे.
आलू में पिछेता झुलसा रोग लग रहा
डॉ. महेश कुमार ने बताया कि इन दिनों जो तापमान में गिरावट के चलते आलू में पिछेता झुलसा रोग लग रहा है. जिसमें आलू की पत्तियां भूरे उनकी होने के बाद पूरा पौधा काले रंग में तब्दील हो रहा है. जिससे आलू की फसल को भारी नुकसान हो रहा है. ऐसे में इससे बचने के लिए 500 से 700 ग्राम मैंकोजेब प्रति एकड़ के हिसाब से पानी का घोल बनाकर छिड़काव कर दें.
उद्यान वैज्ञानिक डॉ महेश कुमार
ने बताया कि मिर्च, बैंगन और टमाटर में लीफ कर्ल वायरस का प्रकोप बढ़ रहा है. इस वायरस से पौधों की पत्तियां मुड़ जाती हैं. एक गुच्छे की तरह इकट्ठी हो जाती है. उसके बाद पूरे पौधे का विकास रुक जाता है. ऐसे में पौधे में फूल और फल नहीं आता है. इस बीमारी से निजात पाने के लिए किसान एमिडा क्लोरप्रिड 10ML प्रति टंकी (करीब 16 लीटर) के हिसाब से छिड़काव कर दें.
अलग तरीके की बीमारी देखने को मिल रही
डॉ. महेश कुमार बताते हैं कि खासकर मिर्च की पत्तियों में एक अलग तरीके की बीमारी देखने को मिल रही है. जिसमें मिर्च की पत्तियां मुड़ रही हैं. पत्तियां नीचे से पीले, काली पड़ रही है और फूल झड़ रहा है. यह एक फंगस अटैक है. इसका उपचार करने के लिए कॉपर ऑक्सिक्लोराइड का स्प्रे कर दें.
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FIRST PUBLISHED : January 5, 2024, 12:17 IST