Pradosh Vrat 2024: साल का पहला प्रदोष व्रत कब? 8 या 9 जनवरी… देवघर के ज्योतिषी से जानें सही डेट, मुहूर्त

परमजीत कुमार/देवघर. नये साल की शुरुआत भी बाबा भोलेनाथ के प्रिय दिन से हुई है. वहीं, प्रदोष का दिन भगवान शिव को अतिप्रिय है. मान्‍यता है कि जो भी भक्त भगवान भोलेनाथ की पूजा सच्चे मन से करता है, उसकी मनोकामना जल्द पूर्ण हो जाती है. इसके साथ ही घर में बाबा भोलेनाथ की विशेष कृपा बरसती है. बता दें कि महीने में दो बार प्रदोष का व्रत रखा जाता है. एक शुक्ल पक्ष में, तो दूसरा कृष्णा पक्ष में. दरअसल त्रयोदशी तिथि के दिन प्रदोष का व्रत रखा जाता है. जबकि दुख, दरिद्रा, संकट, रोग, कर्ज से छुटकारा पाने के लिए प्रदोष का व्रत शुभ फलदायी माना जाता है. आइए देवघर के ज्योतिषाचार्य से जानें, कब है साल का पहला प्रदोष व्रत और क्या महत्व है?

देवघर के पागल बाबा आश्रम स्थित मुद्गल ज्योतिष केंद्र के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने लोकल 18 को बताया कि नया साल का पहला प्रदोष व्रत 9 जनवरी को रखा जाएगा. यह प्रदोष व्रत सबसे खास माना जा रहा है क्योंकि यह साल का पहला प्रदोष व्रत है. इसके साथ ही मंगलवार के दिन पड़ने के कारण इस प्रदोष व्रत को भोम प्रदोष व्रत माना जा रहा है. मंगलवार को यदि भक्त भगवान शिव के साथ हनुमान जी की उपासना करते हैं, तो सारे अमंगल की समाप्ति होती है और नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है.

प्रदोष का व्रत का शुभ मुहूर्त
ऋषिकेश पंचांग के अनुसार, पौष माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 8 जनवरी रात 11 बजकर 26 मिनट से हो रही है. वहीं समाप्ति अगले दिन 9 जनवरी दिन मंगलवार रात 10 बजकर 18 मिनट पर होगी. प्रदोष व्रत के दिन प्रदोष समय में भगवान शिव की पूजा आराधना की जाती है, इसलिए 9 जनवरी को प्रदोष का व्रत रखा जाएगा. वहीं, भगवान शिव की पूजा करने का शुभ मुहूर्त शाम 05 बजकर 13 मिनट से लेकर रात 8 बजे तक है.

प्रदोष व्रत में मिलेगा खास लाभ
ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल के मुताबिक, भौम प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की पूजा विधिपूर्वक करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं. भौम प्रदोष व्रत के दिन जलाभिषेक या रुद्राभिषेक कर भगवान शिव के ऊपर बेलपत्र के साथ एक कनेल का पुष्प जरूर अर्पण करें. इसके साथ ही भौम प्रदोष व्रत के दिन भगवान हनुमान जी को चोला चढ़ाने से सारे कस्ट का निवारण हो जाता है. इसके साथ ही भौम प्रदोष व्रत के दिन शिवलिंग के ऊपर केसर मिश्रित जल चढ़कर 11 बार शिव चालीसा का पाठ करें. इससे आर्थिक संकटों से मुक्ति मिलेगी. ( नोट: यह खबर ज्‍योतिषी से बातचीत पर आधारित है. न्‍यूज़ 18 इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

Tags: Dharma Aastha, Local18, Lord Hanuman, Lord Shiva, Vrat

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