मध्य प्रदेश विधानसभा में प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की तस्वीर हटाकर उसकी जगह बी.आर. आंबेडकर की तस्वीर लगाने के फैसले पर विवाद खड़ा हो गया है। इस पर कांग्रेस ने मंगलवार को तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सत्तारूढ़ भाजपा पर ‘‘राष्ट्र निर्माता’’ का अपमान करने का आरोप लगाया।
कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि वह सदन में संविधान निर्माता की तस्वीर प्रदर्शित करने का स्वागत करती है, लेकिन इसे महात्मा गांधी और नेहरू की तस्वीरों के साथ रखा जा सकता था।
सोलहवीं मध्य प्रदेश विधानसभा का पहला सत्र सोमवार को यहां शुरू हुआ।
मप्र विधानसभा के प्रमुख सचिव ए.पी. सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि पिछले सत्र के दौरान ही नेहरू की तस्वीर की जगह आंबेडकर की तस्वीर लगाई गई थी।
उन्होंने कहा, ‘‘तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने जुलाई के पिछले सत्र में (नेहरू की) तस्वीर बदलने का निर्देश दिया था क्योंकि यह बहुत पुरानी थी और खराब हो रही थी।’’
सिंह ने कहा कि गौतम ने महात्मा गांधी और नेहरू की नयी तस्वीरें लगाने का निर्देश दिया था क्योंकि वे खराब हो रही थीं।
उन्होंने कहा, ‘‘चूंकि, उस समय आंबेडकर की 125वीं जयंती मनाई जा रही थी, विधानसभा अध्यक्ष ने नेहरू के स्थान पर उनकी तस्वीर लगाने का निर्देश दिया और यह भी सुनिश्चित किया कि नेहरू की तस्वीर पुस्तकालय के गांधी-नेहरू खंड में सम्मानजनक तरीके से रखी जाए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘चूंकि, यह एक छोटी अवधि का सत्र था, इसलिए कांग्रेस सदस्यों ने इस बदलाव (तस्वीर बदलने) पर ध्यान नहीं दिया होगा।’’
कांग्रेस ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि वह संविधान निर्माता डॉ. भीम राव आंबेडकर की तस्वीर लगाने के फैसले का स्वागत करती है, लेकिन राष्ट्र-निर्माता पंडित जवाहरलाल नेहरू की तस्वीर हटाने के कदम का कड़ा विरोध करती है।
कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘अगर भाजपा के इरादे सही होते तो वह गांधी और आंबेडकर के साथ नेहरू की तस्वीर लगा सकती थी।
लेकिन, स्वतंत्रता सेनानियों और राष्ट्र निर्माता का अपमान करना भाजपा की संस्कृति है और इसलिए उसने नेहरू की तस्वीर हटा दी है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने संवाददाताओं से कहा कि यह अच्छा है कि संविधान निर्माता बीआर आंबेडकर की तस्वीर लगाई गई है।
जब उनसे पूछा गया कि क्या नेहरू की तस्वीर दोबारा लगाई जाएगी तो उन्होंने कहा, ‘‘आपको (मीडिया) इस संबंध में विधानसभा सचिवालय से बात करनी चाहिए।’’
कांग्रेस विधायक फूल सिंह बरैया ने आंबेडकर की तस्वीर लगाए जाने का स्वागत करते हुए कहा, ‘‘बाबा साहेब आंबेडकर की तस्वीर लगनी चाहिए, लेकिन नेहरू की तस्वीर हटाना गलत है।
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