शिबू सोरेन को हराकर बना MLA, फिर मंत्री हत्याकांड में 6 साल की सजा, जेल से छूटते ही बाबूलाल मरांडी से मिले राजा पीटर

रांची. राजा पीटर, एक ऐसा नाम जो 6 बरस बाद एक बार फिर से झारखंड की राजनीति में चर्चा में आया है. राजा पीटर की चर्चा उस वक्त हुआ करती थी जब राजा पीटर ने 2009 के विधानसभा उपचुनाव में झारखंड के सबसे कद्दावर नेता शिबू सेरेन को मात दी थी. झारखंड के इस विधायक की चर्चा उस वक्त भी खूब हुई थी जब झारखंड सरकार का पूर्व मंत्री गोपाल सिंह पातर उर्फ राजा पीटर को विधायक गोपाल सिंह मुंडा की हत्या के आरोप में जेल ले जाया गया था.

अब एक बार फिर से राजा पीटर की चर्चा इस वजह से हो रही है क्योंकि राजा पीटर 6 साल जेल काटने के बाद सलाखों के पीछे से निकले तो अगले ही दिन उन्होंने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी से मुलाकात की है. मरांडी से राजा पीटर के इस मुलाकात से राज्य में सियासी हलचल तेज कर दी हैं.

कौन हैं राजा पीटर

राजा पीटर का पूरा नाम गोपाल सिंह पातर है. राजा पीटर तमाड़ विधानसभा क्षेत्र के कद्दावर नेताओं में से एक माने जाते हैं. राजा पीटर ने तमाड़ विधानसभा के 2009 के उपचुनाव में शिबू सोरेन को 9000 के करीब वोटों से हराया था. कहा जाता है कि राजा पीटर ने तमाड़ विधानसभा के तत्कालीन विधायक और झारखंड सरकार के मंत्री रह चुके गोपाल सिंह मुंडा की हत्या की सुपारी कुंदन पाहन को दी थी.

2017 में गए जेल

गोपाल सिंह मुंडा की 9 जुलाई 2008 को एक स्कूल में सभा के दौरान हत्या कर दी गई थी. इन तमाम चीजों का खुलासा उस वक़्त हुआ जब 9 साल बाद कुंदन पाहन ने 2017 में झारखण्ड पुलिस के पास सरेंडर किया. कुंदन पाहन ने पूछताछ के दौरान NIA को इस घटना की जानकारी दी थी और कहा था कि 5 करोड़ रुपए में इस हत्या की साजिश रची गई थी, जिसमें तीन करोड़ रुपए हत्या के पहले दिए गए थे तो 2 करोड़ रुपए घटना को अंजाम देने के बाद दिया जाना था.

वायरल हो रही तस्वीर

इन तमाम सबूतों के बाद ही NIA ने 2017 में राजा पीटर को गिरफ्तार किया था और वो करीब 6 साल बाद 15 दिसंबर 2023 को सलाखों से बाहर आए हैं. 6 साल की सजा काटने के बाद जमानत पर जेल से बाहर निकालने के अगले ही दिन राजा पीटर ने बाबूलाल मरांडी से मुलाकात की. 16 दिसंबर की सुबह बाबूलाल और राजा पीटर के इस मुलाकात की तस्वीर सोशल मीडिया पर देखते ही वायरल हो गई. लोग चर्चा करने लग गए कि आखिर राजा पीटर जेल से निकलते ही सबसे पहले बाबूलाल से क्यों मिलने गए.

चुनाव की तैयारी ?

क्या यह कोई राजनीतिक षड्यंत्र है या फिर बाबूलाल राजा पीटर को चुनावी मैदान में उतरना चाहते हैं.
हालांकि इस मुलाकात को भाजपा ने शिष्टाचार मुलाकात कहा है. भाजपा के प्रवक्ता प्रतुल सहदेव ने कहा कि इस मुलाकात के अन्य मायने नहीं निकाले जाने चाहिए. यह मुलाकात बस एक शिष्टाचार मुलाकात इस वजह से थी क्योंकि जब राजा पीटर जेल में बंद थे तो उस दौरान बाबूलाल मरांडी ने 2 दफा उनसे मुलाकात की थी, तो शायद राजा पीटर ने यह शिष्टाचार मुलाकात किया हो.

कांग्रेस ने भी राजा पीटर और बाबूलाल की इस मुलाकात के बाद बीजेपी पर निशाना साधा है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि भाजपा हमेशा से सजायाफ्ता लोगों को जगह देने वाली पार्टी रही है. जिस तरीके से यह मुलाकात हुई है कहीं बाबूलाल मरांडी उन्हें चुनाव में उपयोग कर लें तो चौंकाने वाला निर्णय नहीं होगा.

Tags: Babulal marandi, Jharkhand news, Ranchi news

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